राजस्थान में सिंचाई परियोजना

राजस्थान में सिंचाई परियोजना (Irrigation Project in Rajasthan)





rajasthan farmers - राजस्थान में सिंचाई परियोजना
राजस्थान में सिंचाई परियोजना



  • राजस्थान में देश के कुल सिंचित शेत्रफल का 13.88 प्रतिशत है |
  • राजस्थान में कुल सिंचित शेत्रफल 61.34 लाख हक्टर है जो कुल क्रषि शेत्रफल का 31.87 प्रतिशत है |
  • राजस्थान में देश के कुल सतही जल का मात्र 1.16 प्रतिशत उपलब्ध है |
  • भीलवाड़ा के पश्चात इस जिले में तालाबो द्वारा सर्वाधिक सिंचाई होती है |
  • राजस्थान के सकल सिंचित शेत्रफल के लगभग 0.67 प्रतिशत भाग पर तालाबो द्वारा सिंचाई होती है |
  • राजस्थान में सिंचित शेत्र के लगभग 67 प्रतिशत भाग में कुओ और नलकूपों द्वारा सिंचाई होती है |
  • राजस्थान में कुल सिंचित शेत्र का लगभग 32.2 %  भाग नहरों से सिंचित है |
  • जवाई बाध पश्चिम का जल भण्डारण की शमता की द्रस्टी से सबसे बड़ा है | जो मारवाड़ का अमृतसरोवर कहलाता है |
  • गंग नहर :– राज्य की प्रथम सिंचाई परियोजना है इस नहर का निर्माण 1927  में तत्कालीन बीकानेर महाराजा गंगसिंह द्वारा करवाया गया था | गंग नहर सतलज नदी से फिरोजपुर के निकट हुसैनीवाला (पंजाब ) से निकाली गई

इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना :-




  • राजस्थान की मरू गंगा एवम जीवन रेखा कहलाती है | यह विश्व की सबसे बड़ी नहर परियोजना है | इस हेतु सतलज व् व्यास नदियों के संगम पर पंजाब में फिरोजपुर के निकट 1952 में हरिके का निर्माण किया गया |
  • श्री कँवरसेन :- बीकानेर रियासत के मुख्य सिंचाई अभियंता , इंद्रा गाँधी नहर परियोजना के योजनाकार 31 मार्च 1958 को इस नहर परियोजना का श्री गणेश तत्कालीन कन्द्रीय गृहमंत्री स्वर्गीय श्री गोविन्द वल्लभ पंथ ने किया |
  • 2 नवम्बर 1984 को इस नदी घाटी परियोजना का पूर्व नाम राजस्थान नहर से बदलकर इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना कर दिया |
  • इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना से राज्य के उत्तरी व् पश्चिमी शेत्र के श्री गंगानगर , बाड़मेर , हनुमानगड , चुरू , जैसलमेर , बीकानेर , जोधपुर , बाड़मेर व झुंझनु जिलो को लाभ हुआ |
  • इन्दिरा गाँधी नहर की कुल लम्बाई 649  किमी. तथा इसकी 9060 किमी. लम्बी वितरिकाए है | राजस्थान फीडर की कुल लम्बाई 204 किमी. है | जिसका 169 किलोमीटर भाग पंजाब व हरियाणा में तथा राजस्थान में 35 किमी. है |
  • परियोजना में सर्वाधिक कमांड एरिया जैसलमेर का व उसके बाद बीकानेर जिले का है |
  • सेम /रिसाव  की समस्या :- इन्दिरा गाँधी नहर शेत्र में सेम ( रिसाव ) की समस्या आधिक है | इस समस्या के समाधान हेतु जिप्सम का प्रयोग किया जाता है |

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