कीटोन क्या है | विधि, उपयोग, फार्मूला, भौतिक व रासायनिक गुण
(What is ketone | Method, Uses, Formula, Physical and Chemical Properties)
कीटोन
द्वितीयक अल्कोहल के बी विहाइड्रोजनीकृत उत्पाद को कीटोन (ketones in Hindi) कहते हैं। कीटोन में कार्बनिक समूह >C=O होता है।
कीटोन के भौतिक गुण
- कीटोन जिनमें 11 तक कार्बन परमाणु होते हैं वह सभी के किटोन रंगहीन द्रव होते हैं। एवं C11 से अधिक कार्बन परमाणु वाले किटोन ठोस होते हैं।
- सभी कीटोन की गंध फलों जैसी रुचिकर होती है।
- कीटोन का क्वथनांक एल्कोहलों एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल से कम होता है। जबकि समान अणु भार वाले ईथर तथा हाइड्रोकार्बन से उच्च होता है।
- कीटोन के निम्न सदस्य जल के साथ हाइड्रोजन बंध बनाते हैं। जिस कारण यह जल में विलेय होते हैं। अणुभार के बढ़ने पर जल में इनकी विलेयता घटती जाती है।
कीटोन के रासायनिक गुण
1. हैलोजनीकरण –
एल्किल समूह के हाइड्रोजन परमाणुओं का हैलोजन परमाणुओं द्वारा प्रतिस्थापन हो जाता है। अर्थात किटोन हैलोजनीकरण अभिक्रिया देता है।
CH3COCH3 + 3Cl2
⟶
⟶ CCl3COCH3 + 3HCl
2. क्लोरोफॉर्म के साथ अभिक्रिया –
कीटोन की पोटैशियम हाइड्रोक्साइड की उपस्थिति में क्लोरोफॉर्म के साथ संघनित होकर क्लोरो हाइड्रोक्सी यौगिक बनाते हैं।
3. सल्फोनीकरण –
कीटोन की सांद्र H2SO4 के साथ क्रिया करने पर सल्फोनीकरण हो जाते हैं।
कीटोन के उपयोग
- एसीटोन का उपयोग एसिटिलीन सैल्यूलोज एसीटेट तथा सेल्यूलोज नाइट्रेट के लिए विलायक के रूप में किया जाता है।
- क्लोरोफॉर्म के निर्माण में भी एसीटोन प्रयोग होता है।
- कृत्रिम इत्र के निर्माण में।
- एसीटोन तथा एथिल मेथिल किटोन औद्योगिक में विलायक के रूप में प्रयोग होते हैं।