1. समाज में जनन स्वास्थ्य में महत्त्व के बारे में अपने विचार प्रकट कीजिए|
उत्तर
जनन स्वास्थ्य साधारणतः स्वस्थ जनन अंगों और उसके सामान्य प्रकार्यों से संबंधित है, साथ ही इसका अर्थ जनन के सभी पहलुओं सहित एक संपूर्ण स्वास्थ्य अर्थात् शारीरिक, भावनात्मक, व्यवहारात्मक तथा सामाजिक स्वास्थ्य है| यह विभिन्न यौन संचारित रोगों जैसे- एड्स आदि को विशेष रूप से किशोर आयुवर्ग में रोकने में सहायक होती है| लोगों को शिक्षित करना, उपलब्ध जन्म नियंत्रक विकल्पों के बारे में, गर्भवती महिलाओं की देखभाल, माँ और बच्चे की प्रसवोत्तर देखभाल आदि के बारे में, स्तनपान के महत्त्व, लड़का या लड़की को समान महत्त्व एवं समान अवसर देने की जानकारियों आदि से जागरूक स्वस्थ परिवारों का निर्माण होगा| अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि से होने वाली समस्याओं तथा सामाजिक उत्पीड़नों जैसे कि यौन दुरूपयोग एवं यौन संबंधी अपराधों को कम करने में मदद करता है| यह जननात्मक रूप से जिम्मेदार तथा सामाजिक रूप से स्वस्थ समाज तैयार करने में सहायक होगा|
2. जनन स्वास्थ्य के उन पहलुओं को सुझाएँ, जिन पर आज के परिदृश्य में विशेष ध्यान देने की जरूरत है?
उत्तर
जनन स्वास्थ्य के वे पहलु, जिन पर आज के परिदृश्य में विशेष ध्यान देने की जरूरत है:
• लोगों के बीच सुरक्षित और स्वच्छ यौन-क्रियाओं, यौन संचारित रोगों, उपलब्ध जन्म-नियंत्रक विकल्पों, गर्भवती माताओं की देखभाल, किशोरावस्था के बारे में जागरूकता पैदा करना
लोगों को जनन संबंधी समस्याओं जैसे कि सगर्भता, प्रसव, यौन संचारित रोगों, गर्भपात, गर्भनिरोधकों, ऋतुस्राव संबंधी समस्याओं, बंध्यता आदि के बारे में चिकित्सा सहायता एवं देखभाल उपलब्ध कराना|
3. क्या विद्यालयों में यौन शिक्षा आवश्यक है? यदि हाँ तो क्यों?
उत्तर
हाँ, विद्यालयों में यौन शिक्षा आवश्यक है, ताकि युवाओं को सही जानकारी मिल सके और बच्चे यौन संबंधी विभिन्न पहलुओं के बारे में फैली भ्रांतियों पर विश्वास न करें और उन्हें यौन संबंधी गलत धारणाओं से छुटकारा मिल सके| जनन-अंगों, किशोरावस्था एवं उससे संबंधित परिवर्तनों, सुरक्षित और स्वच्छ यौन क्रियाओं, यौन संचारित रोगों एवं एड्स के बारे में जानकारी जनन संबंधी स्वस्थ जीवन बिताने में सहायक होंगी|
4. क्या आप मानते हैं कि पिछले 50 वर्षों के दौरान हमारे देश के जनन स्वास्थ्य में सुधार हुआ है? यदि हाँ, तो इस प्रकार के सुधार वाले कुछ क्षेत्रों का वर्णन कीजिए|
उत्तर
हाँ, पिछले 50 वर्षों के दौरान हमारे देश के जनन स्वास्थ्य में सुधार हुआ है| सुधार वाले क्षेत्र हैं :
• यौन संबंधित मामलों के बारे में बेहतर जागरूकता|
• अधिकाधिक संख्या में चिकित्सा सहायता प्राप्त प्रसव तथा बेहतर प्रसवोत्तर देखभाल से मातृ एवं शिशु मृत्युदर में गिरावट|
• लघु परिवार वाले जोड़ों की संख्या में वृधि|
• यौन संचारित रोगों की सही जाँच-पड़ताल तथा देखभाल और कुल मिलाकर सभी यौन समस्याओं हेतु बढ़ी हुई चिकित्सा सुविधा|
5. जनसंख्या विस्फोट के कौन से कारण हैं?
उत्तर
जनसंख्या विस्फोट के निम्नलिखित कारण हैं :
• मृत्यु दर में तीव्र गिरावट|
• मातृ मृत्युदर में कमी
• शिशु मृत्युदर में कमी|
• जनन आयु के लोगों की संख्या में वृद्धि|
6. क्या गर्भनिरोधकों का उपयोग न्यायोचित है? कारण बताएँ|
उत्तर
हाँ, गर्भनिरोधकों का उपयोग न्यायोचित है क्योंकि
• तीव्र दर से बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने में सहायक होता है|
• यह कामेच्छा, प्रेरणा तथा मैथुन में बाधक नहीं होता है|
• ये अवांछित गर्भधारण को रोकने और यौन संचारित रोगों को नियंत्रित करने में सहायक भी हैं|
7. जनन ग्रंथि को हटाना गर्भ निरोधकों का विकल्प नहीं माना जा सकता है? क्यों?
उत्तर
जनन ग्रंथि को हटाना गर्भ निरोधकों का विकल्प नहीं माना जा सकता है, क्योंकि इससे स्थायी बंध्यता होगा तथा शरीर के लिए आवश्यक प्रमुख हॉर्मोनों का स्राव रूक जाएगा
8. उल्बवेधन एक घातक लिंग निर्धारण (जाँच) प्रक्रिया है, जो हमारे देश में निषेधित है? क्या यह आवश्यक होना चाहिए? टिप्पणी करें|
उत्तर
हाँ, उल्बवेधन का निषेध आवश्यक है क्योंकि हमारे देश में शिशु के लिंग का पता लगाने के लिए इसका दुरूपयोग किया जाता है तथा मादा भ्रूण होने पर गर्भपात कराया जाता है|
9. बंध्य दंपतियों को संतान पाने हेतु सहायता देने वाली कुछ विधियाँ बताएँ|
उत्तर
बंध्य दंपतियों को संतान पाने हेतु सहायता देने वाली कुछ विधियाँ
टेस्ट ट्यूब बेबी कार्यक्रम- इसमें प्रयोगशाला में पत्नी का या दाता स्त्री के अंडे से पति अथवा दाता पुरूष से प्राप्त किए गए शुक्राणुओं को एकत्रित करके प्रयोगशाला में अनुरूपी परिस्थितियों में युग्मनज बनने के लिए प्रेरित किया जाता है| इस युग्मनज को फैलोपी नलिकाओं में स्थानांतरित किया जाता है
फैलोपी नलिका में अंडाणु का स्थानांतरण (जी आई एफ टी)- जहाँ स्त्रियाँ अंडाणु उत्पन्न नहीं कर सकतीं; लेकिन जो निषेचन और भ्रूण के परिवर्धन के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान कर सकती हैं, उनमें दाता से अंडाणु लेकर उनकी फैलोपी नलिका में स्थानांतरित कर दिया जाता है
कोशिकीय शुक्राणु निक्षेपण (आई सी एस आई)- इसमें शुक्राणु को सीधे ही अंडाणु में अंतःक्षेपित किया जाता है|
कृत्रिम वीर्यसेचन (ए आई)– इस तकनीक में पति या स्वस्थ दाता से शुक्र लेकर कृत्रिम रूप से या तो स्त्री की योनि में अथवा उसके गर्भाशय में प्रविष्ट किया जाता है
10. किसी व्यक्ति को यौन संचारित रोगों के संपर्क में आने से बचने के लिए कौन से उपाय अपनाने चाहिए?
उत्तर
किसी व्यक्ति को यौन संचारित रोगों के संपर्क में आने से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए :
• किसी अनजान व्यक्ति या बहुत से व्यक्तियों के साथ यौन संबंध न रखें|
• मैथुन के समय सदैव कंडोम का इस्तेमाल करें|
• यदि कोई आशंका है तो तुरंत ही प्रारंभिक जाँच के लिए किसी योग्य डॉक्टर से मिलें और रोग का पता चले तो पूरा इलाज कराएँ|
11. निम्न वाक्य सही हैं या गलत, व्याख्या सहित बताएँ-
(क) गर्भपात स्वतः भी हो सकता है| (सही/गलत)
▶ सही, कुछ आंतरिक कारकों की वजह से गर्भपात स्वतः भी हो सकता है|
(ख) बंध्यता को जीवनक्षम संतति न पैदा कर पाने की अयोग्यता के रूप में परिभाषित किया गया है और यह सदैव स्त्री की असामान्यताओं/दोषों के कारण होती है| (सही/गलत)
▶ गलत, दो वर्ष तक मुक्त या असुरक्षित सहवास के बावजूद गर्भाधान न हो पाने की स्थिति को बंध्यता कहते हैं और यह स्त्री या पुरूष दोनों में से किसी की भी असामान्यताओं/दोषों के कारण होती है|
(ग) एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक उपाय के रूप में शिशु को पूर्णरूप से स्तनपान कराना सहायक होता है| (सही/गलत)
▶ सही, एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक उपाय के रूप में शिशु को पूर्णरूप से स्तनपान कराना सहायक होता है, लेकिन यह स्तनपान की अवधि तक ही सीमित होता है जो प्रसव के 6 महीने तक चलता है
(घ) लोगों के जनन स्वास्थ्य के सुधार हेतु यौन संबंधित पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करना एक प्रभावी उपाय है| (सही/गलत)
▶ सही, लोगों के जनन स्वास्थ्य के सुधार हेतु यौन संबंधित पहलुओं के बारे में जागरूकता जनन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करता है|
12. निम्नलिखित कथनों को सही करें-
(क) गर्भनिरोध के शल्य क्रियात्मक उपाय युग्मक बनने को रोकते हैं|
▶ गर्भनिरोध के शल्य क्रियात्मक उपाय में यौन संबंध के दौरान युग्मक परिवहन रोक दिया जाता है|
(ख) सभी प्रकार के यौन संचारित रोग पूरी तरह से उपचार योग्य हैं
▶ सभी प्रकार के यौन संचारित रोग पूरी तरह से उपचार योग्य नहीं हैं|
(ग) ग्रामीण महिलाओं के बीच गर्भनिरोधक के रूप में गोलियाँ (पिल्स) बहुत अधिक लोकप्रिय हैं|
▶ शहरी महिलाओं के बीच गर्भनिरोधक के रूप में गोलियाँ (पिल्स) बहुत अधिक लोकप्रिय हैं|
(घ) ई टी तकनीकों में भ्रूण को सदैव गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है
▶ ई टी तकनीकों में 8 ब्लास्टेमियर तक के भ्रूण को फैलोपी नलिकाओं में तथा 8 ब्लास्टेमियर से अधिक के भ्रूण को गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है|