Computer Hardware Parts
कंप्यूटर हार्डवेयर Computer hardware को समझने के लिए हमे उनके पार्ट्स के बारे में जानना जरूरी हैं|
कंप्यूटर में मुख्य रूप से निम्न पार्ट्स होते हैं।
Micro Processor प्रोसेसर :
माइक्रोप्रोसेसर जिसको सीपीयू भी कहा जाता है एक चिप की तरह होती है जिसे मदरबोर्ड पर सीपीयू सॉकेट में लगाया जाता है। कंप्यूटर की स्पीड सीपीयू पर ही निर्भर होती है। इसलिए हमेशा कंप्यूटर लेते समय सीपीयू पर ध्यान देना चाहिए। सीपीयू Intel AMD कंपनी के मिलते है।
Mother Board मदर बोर्ड :
सीपीयू cpu के अनुसार मदरबोर्ड का चुनाव किया जाता है। आपको वही मदरबोर्ड लेना चाहिए जो आपके सीपीयू को सपोर्ट करता हो। यह एक समतल बोर्ड होता है जिसके ऊपर बहुत सारे कंपोनेंट्स सॉकेक्ट कनेक्टर लगे होते है। कंप्यूटर के सभी पार्ट्स को मदरबोर्ड पर जोड़े जाते है। यह भी बहुत कम्पनियो के द्वारा बनाये जाते है जैसे : Intel Motherboard, Asus Motherboard, Gigabyte Motherboard, MSI Motherboard, Zebronics Motherboard और chines Motherboard .
Memory मेमोरी
Memory जिसे रैम ( Random Access Memory) कहा जाता है। पतली पीसीबी(PCB) पर कुछ कंपोनेंट्स लगे होते है। सीपीयू सारे काम रैम के द्वारा ही संम्पन करता है बिना इसके कंप्यूटर में डिस्प्ले नहीं आएगी। कंप्यूटर की काम करने की स्पीड सीपीयू के बाद रैम पर निर्भर करता है। यह कई कैपेसिटी के आती है। Kingston Ram 1GB, 2GB, Simmtronics Ram, hynix, IBM etc.
Hard Disk Drive हार्ड डिस्क
हार्ड डिस्क एक स्टोरेज डिवाइस (storage Device ) होती है , जिसमे कंप्यूटर के सारे सॉफ्टवेयर फाइल Audio, Video, Image Files आदि को Store किया जाता है, कंप्यूटर की विंडो या ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर HDD में ही Install की जाती है , इसकी Capacity जितनी ज्यादा होगी। उतना ज्यादा डेटा रख सकते है . पर्सनल कंप्यूटर में यह दो Types में आती है IDE और SATA . Sata HDD की Speed ज्यादा होती है। samsung hard disk, segate hdd, WD hard disk drive—160 GB, 250 GB, 320 GB, 500GB, 1TB, 10 TB
CD/DVD Drive सी.डी रोम
यह एक ऑप्टिकल ड्राइव प्लेयर(optical Drive Player) होती है। जिसमे CD डीवीडी को चलाया जाता है। CD के द्वारा कंप्यूटर में विंडो डालने गेम्स सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करने तथा CD से Films देखने आदि काम किये जाते है , यदि Cd राइटर है तो आप Blank CD को Write भी कर सकते है , LG DVD WRITER, HP, SONY, ASUS DVD WRITER
Modem मॉडेम :
modem के द्वारा कंप्यूटर को Internet से Connect के लिए होता है। यह दो तरह के होते है , Internal और External। लेकिन अब USB Data Card का उपयोग बहुत किया जाता है
Sound Card साउंड कार्ड
साउंड कार्ड के द्वारा कंप्यूटर को स्पीकर से जोड़ा जाता है। साउंड की क्वालिटी और परफॉमेंस साउंड कार्ड पर निर्भर करता है। ज्यादातर मदरबोर्ड में साउंड कार्ड पहले से ही लगे होते होते हे लेकिन अलग से भी साउंड कार्ड को मदरबोर्ड में Install किया जा सकता है।
Monitor मॉनिटर
मॉनिटर का काम कंप्यूटर के सारे काम को Screen पर दिखाना होता है। यह दो तरह के होते है। CRT और LCD . यह बहुत से साइज में आते है LG Monitor. Samsung Lcd monitor, BenQ, HP, Sony, Intex
Keyboard/Mouse की-बोर्ड माउस
Keyboard पर बहुत सारे बटन होते है , जिनको दबाकर कंप्यूटर में instraction दिया जाता हैहै , जिससे कंप्यूटर काम करता है। माउस ऑप्टिकल डिवाइस होता है। इस पर दो buttons लगे होते है। मॉनिटर के स्क्रीन पर कर्सर के द्वारा कंप्यूटर में काम किया जाता है।
Speaker
स्पीकर के द्वारा कंप्यूटर साउंड को सुनने इसका उपयोग करते है
Printers
Chapter – 1
Introduction to Computer
कंप्यूटर यह एक ऐसा डिवाइस है, जो मनुष्य को दिमागी प्रोसेस में मदद करता है। हालांकि मनुष्य का दिमाग कंप्यूटरसे कई गुना ज्यादा अच्छा है, लेकिन फिर भी मनुष्य के जीवन मे कंप्यूटर का महत्व सर्वोच्च है।
कंप्यूटर यह शब्द कंप्यूट इस अग्रेजी क्रियापद से तैयार हुआ है। कंप्यूट का मतलब कैलकुलेशन कर किस सवाल का जवाब ढूंढना।
कंप्यूटर यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो इनपुट लेता है, उसपर प्रोसेस करता है और हमें आउटपूट देता है।
Types of Computer
कैपेसिटी के अनुसार वर्गीकरण कंप्यूटर की कैपेसिटी, उसका स्पीड, मेमोरी और स्टोरेज की कैपेसिटी पर निर्भर होती है। कैपेसिटी के अनुसार कंप्यूटर को चार टाइप में विभाजित किया गया है –
Supercomputer:
यह सबसे पावरफुल टाइप है। इसकी एफिशिएंसी, मेमोरी और स्टोरेज कैपेसिटी सबसे अधिक होती है। इसका यूज अनुशास्त्र, अंतरिक्ष विज्ञान, मौसमविज्ञान जैसे रिसर्च के कामों के किया जाता है। इन कामों के लिए काफी मैथमैटिकल कैलकुलेशन की आवश्यकता होती है।
Mainframe computer:
इसकी काम करने की और स्पीड की कैपेसिटी भी काफी ज्यादा होती है। इन कंप्यूटर्स को एक ही समय हजारों यूजर्स इस्तेमाल कर सकते है। इनमें एक ही समय कई तरहे के काम किए जा सकते है। बहुत बडी इनफार्मेशन पर प्रोसेस करने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। जैसे प्लैन या रेलवे रिजर्वेशन करने के लिए, यूनिवरसिटीज में, इन्शुरन्स कंपनी में।
Minicomputer:
इन कंप्यूटर्स का डिज़ाइन मेनफ्रेम कंप्यूटर जैसा ही होता है, लेकिन इनका स्पीड और काम करने की कैपेसिटी उनसे कम होती है। इनकी साइज रिफ्रिजरेटर जितनी होती है। इनका यूज मध्यम आकार के ट्रस्ट, बैंक की ब्रैंच आदि जगहों पर किया जाता है।
Microcomputer:
यह कंप्यूटर का टाइप सबसे ज्यादा पॉप्यूलर हुआ है, लेकिन इनकी कैपेसिटी उपर दिए गए कंप्यूटर्स के कम ही होती है। पर्सनल कामों के लिए, ऑफिस कामों के लिए इनका यूज किया जाता है। इनके टाइप इस प्रकार है –
Servers:
कई बार नेटवर्क में एक मुख्य कंप्यूटर होता है और वह दूसरे कंप्यूटर्स को प्रोग्राम और इनफॉर्मेशन प्रोवाइड करता है। इनफॉर्मेशन पर प्रोसेस अन्य कंप्यूटर्स पर होती है। सर्वर पर बडी मात्रा में इनफॉर्मेशन को स्टोर करने के लिए इसकी स्टोरेज कैपेसिटी ज्यादा होती है और बडी मात्रा में डेटा पर प्रोसेस करने के लिए इसकी मेमोरी भी ज्यादा होती है। कुछ सर्वर विशिष्ट कामों के लिए इस्तेमाल किए जाते है, उन्हे डेडिकेटेड सर्वर कहते है। जैसे की, Application servers, Communication Server, Database Server, File Server, Printer Server और Web Server.
Workstation:
कुछ जगहों पर कंप्यूटर में बडी संख्या में इनफॉर्मेशन को स्टोर करने बडी मेमोरी की आवश्यकता होती है। ऐसे समय वर्कस्टेशन का इस्तेमाल किया जाता है। डिजाइन, ऐड्वर्टाइज़ जैसे कामों के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है।
Desktop Computers:
टेबल पर रखें और एक समय में एक ही यूजर्स दवारा इस्तेमाल किए जाने वाले कंप्यूटर्स को डेस्कटॉप कंप्यूटर्स कहा जाता है।
Laptop Computers:
यह कंप्यूटर्स एक छोटी ब्रिफकेस में समा जाते है और वे बैटरी पर चलते है। ट्रैवल में इन्हे आसानी से यूज किया जाता है।
Notebook Computers:
यह कंप्यूटर्स लैपटॉप जैसे ही होते है, लेकिन इनकी साइज और कैपेसिटी कम होती है। प्रेजेंटेशन जैसे छोटे कामों के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है।
Tablet PC:
यह टाइप अभी पॉप्यूलर हो गया है। इनकी साइज ७ इंच से ९ इंच की होती है। टचस्क्रीन से इसमें कमांड दे सकते है।
Palmtop Computer:
इनकी साइज मनुष्य के हात के जितनी होती है। इनमें इनपुट डिवाइस के तौर पर पेन का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें रायटिंग रेकग्निशन, पर्सनल ऑर्गनायझेशनल टूल और कम्यूनिकेशन का समावेश होता है।
Chapter – 2
Desktop Computers Hardware
माइक्रोकंप्यूटर के हार्डवेयर को चार भागों में विभाजित किया गया है – System unit, Inpur/Outup Devices, Secondary Storage और Communication.
System Unit
सिस्टिम युनिटको सिपियू भी कहा जाता है। इस ब्लॉक डाइग्राम की मदद से आप सिपियू के काम को समझ सकते है।
C.P.U.
सिपुयु में तीन पार्ट होते है –
1) ALU (Arithmetic Logic Unit) :- Arithmetic मतलब मैथमैटिकल प्रोसेस (+,-,x,/) और Logical मतलब कम्पैरिजन (<,>,=,<>)। यह दो काम ALU करता है। इसे तीन भागों में विभाजित किया गया है –