ब्रह्माण्ड : सम्पूर्ण परिचय
- पृथ्वी को घेरने वाला आकाश है – ब्रम्हाण्ड
- ब्रम्हाण्ड से संबंधित अध्ययन कहलाता है – ब्रम्हाण्ड विज्ञान (कॉस्मोलोजी)
- ब्रम्हाण्ड में लगातार प्रसार की घटना है – बिग-बैंग
- ब्रम्हाण्ड से सबसे बड़ा तारा – स्पाइनल ओरेगी
- बिग-बैंग सिद्धांत का प्रतिपादन किया – बेल्जियम के जॉर्ज लैमिन्टर ने 1966 में |
- ब्रम्हाण्ड में विस्फोटी तारा है – अभिनव तारा या सुपरनोवा
- ब्रम्हाण्ड की आयु – 13 बिलियम वर्ष
- 1 वर्ष का प्रकाश द्वारा तय की गई दुरी कहलाती है – प्रकाश वर्ष
- खगोलीय दुरी का सबसे का सबसे बड़ा मात्रक है – पारसेक
- 1 पारसेक के बराबर है – 3.26 प्रकाश वर्ष
- प्रकाश वर्ष का मात्रक है – दुरी का
- 1 प्रकाश वर्ष का बराबर होता है – -9.46×1012 किमी. या 9.46×1015 मी.
- सूर्य ब्रम्हाण्ड का केन्द्र है’ कहा था – कॉपरनिक्स (पोलैण्ड) ने
- ब्लैक होल सिद्धांत दिया – एस. चन्द्रशेखर ने
- वह सीमा जिसके बाहर तारे आंतरिक मृत्यु से ग्रसित होते है कहलाता है – चन्द्रशेखर सीमा
- सूर्य सौरमंडल का केन्द्र है कहा था – केपलर ने
- तारे का रंग सूचक है – उसके ताप का
- अन्तरिक्ष यात्री को आकाश दिखता है –काला
- तारे के टिमटिमाने का कारण है – प्रकाश का अपवर्तन
- आकाश का रंग नीला प्रतीत होता है – प्रकीर्णन के कारण
- तारों का सुन्दर पैटर्न कहलाता है – तारामंडल
- तारामंडल की कुल संख्या है – 89
- सबसे बड़ा तारामंडल है – सेन्टारस
- सबसे छोटा तारामंडल है – क्रक्स
- तारों के बड़े बड़े गुच्छो के समूह कहलाता है – गलैक्सी (व्यास-105 प्रकाश वर्ष)
- आकाश गंगा की आकृति है – सर्पिलाकार
- आकाश गंगा की निकटतम मन्दाकिनी है – देवयानी
- एक खगोलीय एकक औसत दुरी है – सूर्य और पृथ्वी के बीच का
- पृथ्वी तथा सौरमंडल जिस आकाशगंगा में स्थित है , वह कहलाता है – दुग्ध-मेखला
- दुग्ध-मेखला है – एक मन्दाकिनी
- मन्दाकिनी है – अरब तारों का समूह
- नवीनतम ज्ञात मन्दाकिनी हिया – ड्वाक मन्दाकिनी
- पल्सर होते है – तेजी से घुमने वाले तारे
- आकाशगंगा मन्दाकिनी को सर्वप्रथम देखा था – गैलिलीयों ने
- 76 वर्षों के अंतराल पर दिखाई देने वाला धूमकेतु – हेली (अंतिम बार 1986 में दिखा)
- हेली धूमकेतु पुन: दिखाई पड़ेगा – 2062 में