24 जून को बूंदी महोत्सव के रूप में मनाया जाता है | बूंदी हाडौती प्रदेश हृदय स्थल कहलाता है | मराठो का सर्वप्रथम आगमन बूंदी में हुआ |
बूंदी के उपनाम – बुंदू का नाला 2. बावडियों का शहर 3. छोटी काशी 4. सिटी ऑफ स्टेप वेल्स ( कारण- बूंदी में सैकड़ो बावड़ियाँ है )
मुरारीदान –सूर्यमल्ल के अधूरे छोड़े गये वंश भाष्कर ग्रन्थ को पूर्ण किया |
दुर्गाशंकर देवे – 1963 में राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने | राजस्थान उच्च न्यायालय के इतिहास में इनका समय द्वे युग के नाम से जाना जाता है |
रानीजी की बावड़ी –बूंदी में स्थित इसकी गणना एशिया की सर्वश्रेष्ठ बावडियों में होती है |
अनारकली की बावड़ी – छत्रपुरा में स्थित |
मेहता लज्जाराम शर्मा – उन्यास विधा के सम्राट प्रमचंद को माना जाता है | तथापि उस साम्राज्य के प्रतिष्ठापक मेहता लज्जाराम शर्मा को माना जाता है |
सत्यभामा – बूंदी के स्वतंत्रता सेनानी श्री नित्यानंद नागर की पुत्रवधू गांधी जी की मांस पुत्री |
स्टीविया – बूंदी राज्य का ऐसा दुसा जिला होगा जहाँ स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी स्टीविया ( मधुपुत्र ) की खेती होगी |