Chapter 2 विश्व जनसंख्या वितरण,घनत्व और वृद्धि
- किस महाद्वीप में जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक है ?
उत्तर : अफ्रीका
- विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या केंद्रित है ?
A)पर्वतीय क्षेत्र में B) पठारी क्षेत्रों में C) मैदानों में D) मरुस्थलीय प्रदेशों में
- दक्षिण पूर्वी एशिया में जनसंख्या केंद्रित है ?
उत्तर : नदी घाटियों के उच्च भागों में
- जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों में सबसे महत्वपूर्ण कारक कौन सा है ?
उत्तर : जलवायु
- विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश कौन सा है ?
उत्तर : चीन
- सबसे अधिक जनसंख्या वाला महाद्वीप कौन सा है ?
उत्तर : एशिया
- किस वर्ष विश्व की मानव जनसंख्या 6 अरब हुए ?
उत्तर : 1999
- किस द्वीप में सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व पाया जाता है ?
उत्तर : जावा
- निम्न में से कौन एक जनसंख्या परिवर्तन के कारक नहीं है?
A) प्रवास B) आवास C) जन्म D) मृत्यु
- प्रतिकर्ष और अपकर्ष कारक उत्तरदायी है –
उत्तर : प्रवास के लिए
- निम्नलिखित में से कौन एक जन स्थानान्तरण का अपकर्ष कारक नहीं है ?
A)रहन-सहन की निम्न दशाएं B) रहन-सहन के अच्छे दशाएं C) शांति D) अनुकूल जलवायु
- निम्नलिखित में कौन सा एक प्रवास का प्रतिकर्ष कारक नहीं है –
A)जलाभाव B) बेरोजगारी C) शैक्षणिक सुविधाएं D) महामारी
- 1850 ईसवी में विश्व की जनसंख्या थी –
उत्तर : एक सौ करोड़
- भारत की वार्षिक जनसंख्या वृद्धि दर कितनी है ?
उत्तर :1.7
- जनसंख्या के वितरण को कौन से कारक प्रभावित करते हैं?
A) जनसंख्या वृद्धि B) जनसंख्या का घनत्व C) जनसंख्या घनत्व कोई क्षेत्र D) भौतिक ,आर्थिक ,सांस्कृतिक कारक
जनसख्या वितरण :-
जनसंख्या वितरण का अर्थ है पृथ्वी की सतह पर लोगों के वितरण की व्यवस्था । जनसंख्या को समान रूप से वितरित नहीं किया जाता है क्योंकि दुनिया की 90 प्रतिशत आबादी अपने भूमि क्षेत्र के लगभग 10 प्रतिशत में रहती है ।
दुनिया के 10 सबसे अधिक आबादी वाले देश दुनिया की आबादी का लगभग 60 प्रतिशत योगदान करते हैं । इन 10 देशों में से 6 एशिया में स्थित हैं ।
जनसंख्या घनत्व :-
प्रति इकाई क्षेत्रफल पर निवास करने वाले व्यक्तियों की औसत संख्या को जनसंख्या घनत्व कहतें हैं ।
इसका मतलब भूमि के आकार के लोगों की संख्या के बीच का अनुपात है । यह आमतौर पर प्रति व्यक्ति जनसंख्या / क्षेत्र के घनत्व में मापा जाता है । कुछ क्षेत्र घनी आबादी वाले हैं जैसे उत्तर – पूर्वी अमरीका , उत्तर – पश्चिमी यूरोप , दक्षिण , दक्षिण – पश्चिम और पूर्वी एशिया ।
कुछ क्षेत्र बहुत कम आबादी वाले हैं जैसे कि ध्रुवीय क्षेत्रों के पास और भूमध्य रेखा के पास उच्च वर्षा क्षेत्र जबकि कुछ क्षेत्रों में मध्यम चीन , दक्षिणी भारत , नॉर्वे , स्वीडन आदि जैसे घनत्व हैं ।
जनसंख्या घनत्व की गणना :-
जनसंख्या घनत्व मापने के लिए कुल जनसंख्या को कुल क्षेत्रफल से भाग दिया जाता है ।
उदाहरण :- मान लीजिए किसी देश की जनसंख्या 1000000 है और वहां का क्षेत्रफल 10000 वर्ग किलोमीटर है । इस स्थिति में वहां का जनसंख्या घनत्व 100 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर होगा ।
जनसंख्या वृद्धि दर :-
किसी क्षेत्र में निश्चित समयावधि में जनसंख्या में होने वाले परिवर्तन को जनसंख्या वृद्वि कहते हैं । जब जनसंख्या परिवर्तन को प्रतिशत में व्यक्त किया है उसे जनसंख्या वृद्धि दर कहते हैं ।
जनसंख्या वृद्धि दर के प्रकार :-
जनसंख्या वृद्धि दर 2 प्रकार की होती है :
- ( 1 ) जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि दर
- ( 2 ) जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्वि दर
( 1 ) जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि दर :-
किन्ही दो समय अंतरालों के बीच जब जन्म दर , मृत्यु दर से अधिक हो जाती है , तब वह जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि दर कहलाती है ।
( 2 ) जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्वि दर :-
किन्हीं दो समय अंतरालों के बीच जब जन्मदर , मृत्यु दर से कम हो जाती है , तब वह जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्धि दर कहलाती है ।
जनसंख्या की वास्तविक वृद्धि की गणना :-
जनसंख्या की वास्तविक वृद्धि की गणना दिए गए सूत्र द्वारा की जा सकती है । जनसंख्या की वास्तविक वृद्धि = ( जन्म – मृत्यु ) + ( आप्रवास – उत्प्रवास )
माल्थस सिद्धान्त :-
थामस माल्थस सिद्धान्त ( 1893 ) के अनुसार लोगों की संख्या खाद्य आपूर्ति की अपेक्षा तेजी से बढ़ेगी । जनसंख्या में वृद्धि का परिणाम अकाल , बीमारी तथा युद्ध द्वारा उसमें अचानक गिरावट के रूप में सामने आएगा ।
जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक :-
जनसंख्या वितरण तीन कारकों अर्थात भौगोलिक कारकों , आर्थिक कारकों और सामाजिक और सांस्कृतिक कारकों से प्रभावित होता है ।
दीर्घ
- जनांकिकीय संक्रमण की तीन अवस्थाओं की विवेचना कीजिए |
उत्तर : जनांकिकीय संक्रमण का सिद्धांत जनसंख्या वृद्धि से संबंधित नवीनतम सिद्धांत है | इस सिद्धांत के द्वारा जनसंख्या वृद्धि और विकास की प्रक्रियाओं के बीच संबंध स्थापित किया गया, जिसकी सहायता से किसी क्षेत्र की भविष्य में जनसंख्या का आकलन किया जा सकता है |
जनांकिकीय संक्रमण की तीन अवस्था इस प्रकार है –
- प्रथम अवस्था : प्रथम अवस्था में उच्च जन्म दर और उच्च मृत्यु दर होती है | जनसंख्या वृद्धि धीमी रहती है और लोग अधिकतर प्राथमिक व्यवसाय में लगे होते हैं |
- द्वितीय अवस्था : इस अवस्था में प्रारंभ में उच्च जन्म दर में कमी होने लगती है | मृत्यु दर में भी कमी आ जाती है | इस कारण जनसंख्या वृद्धि भी कम होने लगती है |
- तीसरी अवस्था : इस अवस्था में जन्म दर तथा मृत्यु दर बहुत कम हो जाती है | लगभग समानता आ जाती है | जनसंख्या या तो स्थिर हो जाती है अथवा बहुत कम वृद्धि होती है |
2. विश्व जनसंख्या वितरण ( घनत्व ) को प्रभावित करने वाले कारकों का संक्षेप में वर्णन करें |
उत्तर : विश्व जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले निम्नलिखित कारक है –
- भौगोलिक कारक :
भौगोलिक कारक के अंतर्गत निम्न कारक आते हैं –
- जल की उपलब्धता : जल का उपयोग पीने ,नहाने और भोजन बनाने के साथ-साथ पशुओं ,फसलों, उद्योगों तथा नौसंचालन में किया जाता है |यही कारण है कि प्रथम सभ्यता नदी घाटी के क्षेत्रों में अधिवासित हुई थी |
2. भू आकृति – जिन क्षेत्रों में भूमि समतल होती है उन क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या निवास करती है | जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में कम जनसंख्या निवास करती है |
3. जलवायु : जिन क्षेत्रों में उपयुक्त जलवायु होते हैं वहां अधिक जनसंख्या निवास करती है |
4. मिट्टी : उपजाऊ क्षेत्रों में अधिक लोग रहना पसंद करते हैं |
- आर्थिक कारक : जिन क्षेत्रों में बेहतर रोजगार के अवसर, शिक्षा, चिकित्सा आदि की सुविधा होती है उन क्षेत्रों में अधिक है जनसंख्या देखने को मिलती है |
- सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक : कुछ स्थान धार्मिक अथवा सांस्कृतिक महत्व के होते हैं इन क्षेत्रों में लोग अधिक रहना पसंद करते हैं जबकि सामाजिक और राजनीतिक अशांति वाले क्षेत्रों में लोग रहना पसंद नहीं करते हैं |
3. भारत में जनसंख्या वृद्धि को प्रभावित करने वाले कारकों का वर्णन करें तथा इसे नियंत्रित करने का उपाय बतावे |
उत्तर : भारत में जनसंख्या वृद्धि के निम्न कारक उत्तरदायी हैं –
- भारत में तीव्र जनसंख्या वृद्धि का मूल कारण मृत्यु दर पर नियंत्रण स्थापित होना है |
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार
- अकालों पर नियंत्रण
- आर्थिक विकास तथा जीवन स्तर में सुधार
- शिक्षा के स्तर में कमी खासकर महिला शिक्षा
- परिवार नियोजन
- कम उम्र में विवाह
- धार्मिक सामाजिक कारक जैसे पुरुष बच्चों की चाह |
- शिक्षा का अभाव
नियंत्रण के उपाय :
भारत में जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के निम्न उपाय है-
- परिवार नियोजन का सफलतापूर्वक कार्यान्वयन
- हम दो हमारे दो का नारा लगाकर
- प्रजनन दर को 2% से नीचे लाने का लक्ष्य बनाया जाए
- लड़कियां की शादी की उम्र 21 तथा लड़कों की शादी की उम्र 27 वर्ष तय की जाए
- शिक्षा एवं संतुलित आहार योजनाओं में वृद्धि
Chapter 2 विश्व जनसंख्या वितरण,घनत्व और वृद्धि