16. सही या गलत कथनों को पहचानें-
(क) पुंजनों (एंड्रोजेन्स) का उत्पादन सर्टोली कोशिकाओं द्वारा होता है| (सही/गलत)
▶ गलत, पुंजनों (एंड्रोजेन्स) का उत्पादन लीडिग कोशिकाओं द्वारा होता है|
(ख) शुक्राणु को सर्टोली कोशिकाओं से पोषण प्राप्त होता है| (सही/गलत)
▶ सही|
(ग) लीडिग कोशिकाएँ अंडाशय में पाई जाती हैं| (सही/गलत)
▶ गलत, लीडिग कोशिकाएँ वृषण में पाई जाती हैं|
(घ) लीडिग कोशिकाएँ पुंजनों (एंड्रोजेन्स) को संश्लेषित करती हैं| (सही/गलत)
▶ सही|
(ङ) अंडजनन पीत पिंड (कॉपर्स ल्युटियम) में संपन्न होता है| (सही/गलत)
▶ गलत, अंडजनन ग्राफी पुटक में संपन्न होता है|
(च) सगर्भता (प्रेगनेंसी) के दौरान आर्तव चक्र (मेन्स्ट्रुअल साइकिल) बंद होता है| (सही/गलत)
▶ सही|
(छ) योनिच्छद (हाइमेन) की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति कौमार्य (वर्जिनिटी) या यौन अनुभव का विश्वसनीय संकेत नहीं हैं| (सही/गलत)
▶ सही|
17. आर्तव चक्र क्या हैं? आर्तव चक्र (मेन्स्ट्रुअल साइकिल) का कौन से हॉर्मोन नियमन करते हैं?
उत्तर
मादा प्राइमेटों में होने वाले जनन चक्र को आर्तव चक्र कहते हैं| प्रथम ऋतुस्राव/रजोधर्म की शुरूआत यौवनारंभ पर शुरू होती है, जिसे रजोदर्शन कहते हैं| स्त्रियों में यह आर्तव चक्र प्रायः 28/29 दिनों की अवधि के बाद दोहराया जाता है, इसीलिए एक रजोधर्म से दूसरे रजोधर्म के बीच घटना चक्र को आर्तव चक्र (मेन्स्ट्रुअल साइकिल) कहा जाता है|
आर्तव चक्र का नियमन करने वाले हॉर्मोन हैं:
• पुटकोद्दीपक हॉर्मोन (एफएसएच) तथा पीत पिंडकर हॉर्मोन (एलएच) पुटक के वृद्धि तथा अंडाणु के परिपक्वता को उद्दीपित करता है|
• ऐस्ट्रोजन अंतःस्तर को बनाए रखता है तथा उसका विकास करता है|
• ऐस्ट्रोजन तथा प्रोजेस्ट्रोन गर्भाशय अंतःस्तर तथा शरीर के अन्य भागों को सगर्भता के लिए तैयार करता है|
18. प्रसव (पारट्युरिशन) क्या हैं? प्रसव को प्रेरित करने में कौन से हॉर्मोन शामिल होते हैं?
उत्तर
सगर्भता के अंत में गर्भ के बाहर निकलने की प्रक्रिया को शिशु-जन्म या प्रसव (पारट्युरिशन) कहते हैं|
प्रसव को प्रेरित करने में निम्नलिखित हॉर्मोन शामिल होते हैं :
• मातृ पीयूष ग्रंथि से स्रावित ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन गर्भाशय के तीव्र संकुचन को उद्दीपित करता है जिससे शिशु, माँ के गर्भाशय से जनन नाल द्वारा बाहर आ जाता है|
• अंडाशय से रिलैक्सिन हॉर्मोन का स्राव जन्म के समय प्रसव को आसान बनाने के लिए योनि को विस्तृत करता है|
19. हमारे समाज में लड़कियाँ जन्म देने का दोष महिलाओं को दिया जाता है| बताएँ कि यह क्यों सही नहीं है?
उत्तर
सभी मनुष्यों में गुणसूत्र के 23 जोड़े उपस्थित होते हैं| पुरूष में ऑटोसोम्स के 22 जोड़े तथा एक या दो प्रकार के लिंग गुणसूत्र या तो X या Y लिंग गुणसूत्र होते हैं जबकि स्त्री में ऑटोसोम्स के 22 जोड़े तथा X लिंग गुणसूत्र होते हैं| एक शिशु के लिंग का निर्धारण नर युग्मक (X या Y) के प्रकार से निर्धारित होता है, जो स्त्री के X गुणसूत्र के साथ निषेचन होता है| यदि निषेचित शुक्राणु X है तो वह एक मादा शिशु (लड़की) होगी और यदि Y है तो नर शिशु (लड़का) होगा| इस प्रकार हमारे समाज में लड़कियाँ जन्म देने का दोष महिलाओं को दिया जाना सही नहीं है|
20. एक माह में मानव अंडाशय से कितने अंडे मोचित होते हैं? यदि माता ने समरूप जुड़वां बच्चों को जन्म दिया हो तो आप क्या सोचते हैं कि कितने अंडे मोचित हुए होंगे? क्या आपका उत्तर बदलेगा यदि जुड़वां बच्चे, द्विअंडज यमज थे?
उत्तर
एक माह में मानव अंडाशय से केवल एक अंडा मोचित होता है|
यदि माता ने समरूप जुड़वां बच्चों को जन्म दिया हो तो एक ही अंडा मोचित हुआ होगा|
यदि जुड़वां बच्चे, द्विअंडज यमज थे, तो दो या दो से अधिक अंडे मोचित हुए होंगे|
21. आप क्या सोचते हैं कि कुतिया, जिसने 6 बच्चों को जन्म दिया है, के अंडाशय से कितने अंडे मोचित हुए थे?
उत्तर
कुतिया, जिसने 6 बच्चों को जन्म दिया है, के अंडाशय से 6 अंडे मोचित हुए थे|