हनुमानगड – हनुमानगड जिला खेल के सामान केलिए प्रसिद्ध है | हनुमानगड में स्थित देवलियों के लिए प्रसिद्ध स्थल |
श्री गंगानगर – श्रीगंगानगर मे सूर्य की सर्वाधिक तिरछी किरने गिरती है | क्यों की गंगानगर राजस्थान का सबसे उत्तरी जिला है |
जालौर –काष्ठ कला एवं ग्रेनाईट घड़ियाँके निर्माण हेतु प्रसिद्ध है यह नगर सावण नदी के कीनारे स्थित है |
धौलपुर – यहाँ सिलाना गाँव राजस्थान का पूर्वी सीमान्त गाँव है
अलवर –भानगढ़ सावण नदी के कीनारे स्थित है | अलवर में जून 1941 को जागीर माफ़ी प्रजा सम्मलेन का आयोजन हुआ |
चितौडगड – बस्सीस्थान काष्ठ कला हेतु देश में प्रसिद्ध है | चित्तौडगड में देवझुलनी पर बेवाण निकालने की परम्परा है | बवाण एक प्रकार का काष्ठ मंदिर होता है जिसे मिनीएचर वुडन टेम्पल भी कहते है |
बांरा –काली हांडी के लिए यह जिला प्रसिद्ध है |
झालावाड – राजस्थान का एकमात्र जिला जहाँ केवल तिराहे है |चौराहा नहीं है |