पिछले सालों में विज्ञान के क्षेत्र में हुए महत्वपूर्ण आविष्कार
पिछले एक दशक के भीतर विज्ञान के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय आविष्कार किए गए हैं| इन आविष्कारों के कारण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए-नए उत्पादों का निर्माण किया गया है जिसके द्वारा मनुष्य के जीवन-शैली में लगातार बदलाव और सुधार हो रहा है| इस लेख में हम पिछले 10 वर्षों के दौरान विज्ञान के क्षेत्र में किए गए शीर्ष 9 आविष्कारों का वर्णन कर रहे हैं जिसके कारण मनुष्य के जीवन-शैली में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं और भविष्य में भी बदलाव की सम्भावना है|
1. डॉग–टू–ह्यूमन ट्रांसलेटर
अगर आप अपने पालतू कुत्ते से बहुत ज़्यादा प्यार करते हैं तो आपको पता होगा कि वो क्यों भौंक रहा है? कभी-कभी आप उसके लगातार भौकने की वजह समझ नहीं पाते हैं| इसके अलावा आपने कार्टून्स में देखा होगा कि कुत्ता बोलता नज़र आता है| ऐसा आपको अब हकीक़त में भी देखने को मिल सकता है| वैज्ञानिकों ने एक ऐसे उपकरण को डिज़ाइन किया है, जो कुत्तों के भौंकने की आवाज को इंसानी भाषा में ट्रांसलेट कर देगा| इस उपकरण का नाम “डॉग–टू–ह्यूमन ट्रांसलेटर” है|इस प्रकार इस उपकरण की मदद से आप अपने कुत्ते से दिल खोल कर बात कर सकते हैं|
2. अंधेरे में चमकने वाला एक पौधा
हम सब जानते हैं कि पौधों को बढ़ने के लिए प्रकाश की ज़रूरत होती है| बिना प्रकाश के पौधे अपने भोजन बनाने की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाते हैं जिसके कारण वह पौधा मुरझाकर सूख जाता है| लेकिन वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसे पौधे का निर्माण किया है जो अंधेरे में भोजन तो बनाएगा ही साथ ही उसमें चमक भी होगी| यह एक तम्बाकू का पौधा है, जो बिना किसी स्त्रोत के खुद ही अपना प्रकाश पैदा करता है और किसी बल्ब की तरह जगमगा उठता है|
3. टोयोटा प्रियस, गूगल की स्व–चालित कार
क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी कार बिना ड्राइवर के चले और आप उसमें आराम से बैठ रहें, साथ ही सफर के दौरान आप खतरों से भी महफूज रहे? अगर आपने ऐसा सोचा है तो अब यह ख्याली पुलाव नहीं रहेगा। गूगल ने टोयोटा प्रियस (व्यावसायिक रूप से हाइब्रिड कार) नामक एक ऐसी कार का निर्माण किया है जो बिना ड्राइवर के चलती है| गूगल ने 2008 में स्व-चालित कार परियोजना की शुरूआत की थी| स्व-चालित कार टोयोटा प्रियस में ना तो कोई ब्रेक पेडल है, ना एक्सलेटर है और ना ही स्टीयरिंग व्हील है| यह कार विद्युत् मोटर के द्वारा चलती है| विशेष सॉफ्टवेयर के उपयोग, सेंसर और बहुत ही सटीक डिजिटल नक्शे का संयोजन इस स्व-चालित टोयोटा प्रियस की सवारी को सुरक्षित और सुचारू बनाता है।
4. स्कैन एंड ड्रा पेन
हम में से प्रत्येक व्यक्ति किसी चीज़ को देखते हैं और फिर बाद में उसका रंग भूल जाते हैं| इसके अलावा पेंटिंग के शौक़ीन व्यक्ति कई बार किसी पेंटिग को देखकर उसे बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन उन्हें मूल पेंटिंग में प्रयोग किए गए सभी रंग नहीं मिल पाते है| इन बातों का ध्यान रखते हुए वैज्ञानिकों ने एक ऐसे उपकरण का आविष्कार किया है जो आसानी से किसी भी वस्तु या पेंटिंग के असली रंग को स्कैन कर लेता है और बाद में उसे कागज पर उड़ेल देता है| इस उपकरण का नाम “स्कैन एंड ड्रा पेन” है|
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5. पोर्टेबल मिनी–प्रिंटर
इजरायल की एक कंपनी kick-starter ने एक ऐसा प्रिंटर बनाया है, जिसके द्वारा आप कहीं भी किसी भी डॉक्यूमेंट का प्रिंट आउट ले सकते हैं| इसका आकार पॉकेट के जैसा है और इसका नाम Zuta है| इस डिवाइस को कंट्रोल करने के लिए केवल एक स्मार्टफोन की जरूरत होती है| सर्वप्रथम इस प्रिंटर का निर्माण 2014 में किया गया था| इस प्रिंटर के द्वारा आप आसानी से अपने मोबाईल में रखे डॉक्यूमेंट का प्रिंट आउट ले सकते हैं|
6. फिंगर रीडर
ऐसा देखा गया है कि हम में से बहुत से लोगों को किताब पर उंगली रख कर पढ़ने की आदत होती है जिसके कारण हमें अपना सिर झुकाना पड़ता है| अधिक समय तक इस प्रकार सिर झुकाकर पढ़ने से हमारे गर्दन में दर्द होने लगती है| अतः वैज्ञानिकों ने एक ऐसी डिवाइस का निर्माण किया है जिसे उंगली में पहनकर किसी शब्द को छूने पर वह शब्द हमारे कानों में बजने लगते हैं| शुरुआत में इसका अविष्कार दृष्टिबाधित लोगों के लिए किया गया था, लेकिन बाद में इसे सामान्य लोगों के लिए भी डिज़ाइन किया गया है| इस डिवाइस का निर्माण 2014 में MIT मीडिया लैब द्वारा किया गया था|
7. फिंगर रूलर
हमसे जब कभी किसी वस्तु का आकार पूछा जाता है, तो अक्सर हमलोग अपनी उंगलियों को फैलाकर आकार बताते हैं| इसी बात को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक ईजाद की है, जिससे आप उंगलियों से किसी वस्तु का आकार बता सकते हैं| इसके लिए आपको अपनी उंगलियों में ये खास मशीन लगानी होगी, उसके बाद आप जितनी उंगली फैलायेंगे, वो लम्बाई अपने आप वहां दर्ज हो जाएगी| इस तकनीक का नाम “फिंगर रूलर” है|
8. ऑफ–ग्रिड मैसेंजर
वर्तमान समय में एक-दूसरे से बात करने के लिए एवं एक-दूसरे को संदेश भेजने का सबसे आसान तरीका मोबाईल फोन या इंटरनेट है| लेकिन कई बार हम ऐसे जगह पहुँच जाते हैं जहाँ मोबाईल नेटवर्क या इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है| अतः वैज्ञानिकों ने “goTenna” नामक एक ऐसी डिवाइस का निर्माण किया है जिसके द्वारा हम उसी प्रकार के अन्य डिवाइस पर मेसेज भेज सकते हैं| इस डिवाइस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आप इसके सहारे उन जगहों से भी किसी को मेसेज भेज सकते हैं जहां फोन का नेटवर्क या इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है|
9. टच स्क्रीन क्रांति
आज से कुछ वर्ष पहले तक पूरी दुनिया में बटन वाले फोन का चलन था| लेकिन आज कंप्यूटिंग की दुनिया में टच स्क्रीन को पूरी तरह से अपना लिया गया है| आज के दौर में स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर किसी के पास एक टच स्क्रीन डिवाइस है। विश्व में टच स्क्रीन क्रांति की शुरूआत करने का श्रेय दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को जाता है जिसने अपने उत्पात “विंडोज” में सुधार के उद्देश्य से “टच स्क्रीन क्रांति” की शुरूआत की थी|
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