राजस्थान इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी SET 5
राजस्थान में होने वाली सभी एग्जाम के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर है इस टेबल में 401-500 प्रश्नोत्तर है जो सभी हिंदी में है और यदि आप यह नोट्स अपने Email पर पाना चाहते है तो Email subscribe करे और फेसबुक के लिए पेज को लाइक करे Like
401 | राजस्थान का कबीर | संत दादूदयाल |
402 | राजस्थान का नृसिंह | संत दुर्लभजी |
403 | शेर-ए-राजस्थान | जयनारायण व्यास |
404 | मत्स्य संघ में सम्मिलित रियासतें | अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली |
405 | पूर्व राजस्थान संघ के राजप्रमुख | कोटा नरेश भीमसिंह |
406 | स्वतंत्रता से पूर्व ए.जी.जी. का मुख्यालय | माउन्ट आबू |
407 | “में अपने डेथ वारंट पर हस्ताक्षर कर रहा हूँ” | यह कथन राजस्थान के एकीकरण के समय विलय-पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए बाँसवाड़ा के राजा चंद्रवीर सिंह ने कहा। |
408 | प्रथम महावीर चक्र | कर्नल किशन सिंह राठौड़, चूरू (1948) |
409 | खानवा का मैदान कहाँ है | भरतपुर की रूपवास तहसील में |
410 | ‘पुस्तक प्रकाश’ | जोधपुर दुर्ग में महाराजा मानसिंह द्वारा स्थापित पुस्तकालय |
411 | औरंगजेब की मृत्यु तक अपने आप को स्वतंत्र रखने का प्रयास करने वाला राजपूत राज्य | मारवाड़ |
412 | मौर्य व गुहिल वंश कहाँ पर ? | मेवाड़ (चित्तोडगढ़, उदयपुर, राजसमन्द आदि) |
413 | राठौड़ वंश कहाँ पर ? | मारवाड़ (जोधपुर), बीकानेर, किशनगढ़ |
414 | भाटी वंश ? | जैसलमेर |
415 | चौहान वंश ? | अजमेर, रणथम्भौर, जालौर |
416 | कच्छवाह वंश ? | जयपुर |
417 | सोनगरा वंश | भीनमाल |
418 | चावल के दाने किस सभ्यता से | रंगमहल (हनुमानगढ़) से |
419 | ‘लक्कड़ और कक्कड़’ | जयनारायण व्यास को कहा जाता था। |
420 | प्राचीन मत्स्य प्रदेश की राजधानी | विराटनगर (महाभारतकाल में) |
421 | मत्स्य संघ की राजधानी | अलवर (राजस्थान के एकीकरण के समय) |
422 | राजसमन्द प्रशस्ति के लेखक | रणछोड़ भट्ट |
423 | राजपूताने के किस शासक ने सर्वप्रथम मुगलों के साथ वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित किये | जयपुर के राजा भारमल ने अपनी पुत्री हरखाबाई का विवाह 1562 ई. में अकबर से करवाया |
424 | ‘नरसीं जी का मायरा’ के रचयिता | मीरा बाई |
425 | जैतारण के युद्ध को और किस नाम से जाना जाता है | गिरी सुमेल/सामेल का युद्ध, 1544 ई. में |
426 | जोधपुर के जसवंतसिंह प्रथम को महाराजा की उपाधि किसने दी | शाहजहाँ ने |
427 | मिर्जा राजा जयसिंह को मिर्जा राजा की उपाधि किसने दी | शाहजहाँ ने |
428 | प्राचीन शूरसेन प्रदेश की राजधानी | मथुरा |
429 | ‘खुमाण रासों’ के रचयिता | दलपति विजय |
430 | ‘मतीरे की राड़’ युद्ध | 1644 ई. में नागौर के अमरसिंह राठौड़ तथा बीकानेर के कर्णसिंह के बीच |
431 | गुर्जरों की राजधानी | भीनमाल (जालौर) |
432 | ‘खम्भों का जंगल’ | रणकपुर का जैन मंदिर (पाली) 1444 खम्भे |
433 | राणा कुम्भा की प्रसिद्ध रचनाएँ | संगीतराज, रसिक प्रिया, सूड प्रबंध, कामराज रतिसार |
434 | पुरन्दर की संधि | 1665 ई. में औरंगजेब की तरफ से जयपुर के मिर्जा राजा जयसिंह ने छत्रपति शिवाजी से की |
435 | पुण्डरीक विट्ठल के प्रसिद्ध ग्रन्थ | राग चंद्रोदय, राग मंजरी, नर्तन निर्णय |
436 | जोधाबाई का वास्तविक नाम | जगतगुंसाई (जोधपुर के मोटा राजा उदयसिंह की पुत्री) |
437 | सुल्तान निस्सा का वास्तविक नाम | मनभावनी (जयपुर के भगवंत दास की पुत्री) |
438 | मरियम उज्ज्वानी का वास्तविक नाम | हरखाबाई (जयपुर के भारमल की पुत्री) |
439 | रणकपुर के मंदिर में खम्भों की संख्या | 1444 |
440 | हवामहल की खिडकियों की संख्या | 953 |
441 | क्रांतिकारी प्रतापसिंह बारहठ के गुरु | मास्टर आदित्येन्द्र |
442 | दामोदर दास राठी का जन्म स्थान | पोकरण (जैसलमेर) |
443 | राजस्थान में सशस्त्र क्रांति के जनक | गोपाल सिंह खरवा |
444 | गोकुल भाई भट्ट का जन्म स्थान | हाथल गाँव (सिरोही) |
445 | संयुक्त राजस्थान के प्रधानमंत्री | माणिक्यलाल वर्मा |
446 | जमनालाल बजाज का जन्म स्थान | काशी राम बास (सीकर) |
447 | केसरीसिंह बारहठ का जन्म स्थान | शाहपुरा (भीलवाड़ा) |
448 | मुस्लिम बच्चों को अरबी-फारसी पढ़ा कर जीवन यापन करने वाले | अर्जुनलाल सेठी (ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में) |
449 | हीरालाल शास्त्री का जन्म स्थान | जोबनेर (जयपुर) |
450 | ‘देश के दीवाने’ पुस्तक के लेखक | राजस्थान सरकार द्वारा सम्पादित |
451 | राणा मोकल की हत्या किसने की | चाचा व मेरा नामक दो सामन्तों ने |
452 | महामन्दिर का निर्माण | जोधपुर के राजा मानसिंह ने अपने गुरु आयासनाथ/देवनाथ से प्रसन्न होकर |
453 | भूरेशाह की मजार कहाँ है ? | मेहरानगढ़ (जोधपुर) |
454 | भारत छोड़ो आन्दोलन का राजस्थान में सूत्र पात | जोधपुर में |
455 | जमनालाल बजाज के कहाँ आने पर तथा किसने प्रतिबंध लगाया | बीकानेर आने पर व बीकानेर के राजा गंगासिंह ने |
456 | तौल आन्दोलन | 1920 ई. में जोधपुर में चांदमल सुराणा के नेतृत्व में |
457 | द्वितीय गोलमेज सम्मलेन में कौन गये | बीकानेर के राजा गंगासिंह लन्दन गए |
458 | तलवार बंदी | बिजौलिया में कृष्णसिंह के उत्तराधिकारी पृथ्वीसिंह ने यह कर लगाया |
459 | 84 प्रकार की लागते | बिजौलिया में (भीलवाड़ा) ली जाती थी |
460 | दैनिक नवज्योति का प्रकाशन | 1936 ई. अजमेर, केप्टन दुर्गाप्रसाद चौधरी ने |
461 | अकबर के दूत के रूप में महाराणा प्रताप से मिलने वाले | सर्वप्रथम जलाल खां, इसके अलावा मानसिंह, भगवंत दास, टोडरमल भी गए |
462 | टॉड की ‘एनल्स’ का हिन्दी अनुवाद किसने किया ? | गोरीशंकर हिराचंद ओझा |
463 | ‘राजपूताने का इतिहास’ के रचयिता | गोरीशंकर हिराचंद ओझा |
464 | राजस्थान का पहला महाविद्यालय जो इन्टर स्तर की थी | 1875 ई. मेयो कॉलेज (अजमेर) |
465 | प्रथम तारघर | 22 फरवरी 1895 (उदयपुर) |
466 | एकलिंगजी के मंदिर का निर्माता | बापा रावल |
467 | बनवीर किसका पुत्र था | राणा सांगा के भाई पृथ्वीराज अवैध दासी पुत्र |
468 | धरमत का युद्ध | 1657 ई. में उज्जैन में हुए इस युद्ध में जोधपुर के राजा जसवंत सिंह प्रथम दाराशिकोह के पक्ष में लड़ते हुए औरंगजेब व मुराद से हारे |
469 | मेवाड़ के संथापक | गुहादित्य |
470 | महाराणा प्रताप की माँ का नाम | जयवंती बाई (पाली के अखैराज सोनगरा की पुत्री) |
471 | जसवंत थड़ा किसने बनाया | 1899-1906 ई. में जोधपुर के राजा सरदार सिंह ने अपने पिता जसवंत द्वितीय की स्मृति में बनवाया। |
472 | वासुदेव ने चौहान वंश की स्थापना कब की ? | 551 ई. में सपादलक्ष (सांभर) में |
473 | अजमेर की स्थापना | 1113 ई. में अजयराज ने |
474 | जैसलमेर की स्थापना | 1153 ई. जैसल भाटी ने |
475 | जोधपुर की स्थापना | 12 मई 1459 को राव जोधा ने |
476 | जयपुर की स्थापना | 18 नवम्बर 1727 को सवाई जयसिंह ने |
477 | बीकानेर की स्थापना | 1488 ई. में राव बीका ने |
478 | कोटा की स्थापना | 1625 ई. माधो सिंह ने |
479 | उदयपुर की स्थापना | 1559 ई. उदयसिंह ने |
480 | भरतपुर की स्थापना | 1733 ई. में सूरजमल जाट ने |
481 | जयानक कहाँ का था | कश्मीर का, ‘पृथ्वीराज विजय’ ग्रन्थ के रचयिता |
482 | बलबन को किसने हराया | चित्तोड़ के रावल जैत्रसिंह ने |
483 | जालौर का अलाउद्दीन खिलजी द्वारा दिया गया नाम | जलालाबाद |
484 | सिवाणा का अलाउद्दीन खिलजी का दिया हुआ नाम | खैराबाद |
485 | सर्वप्रथम बारूद का प्रयोग | खानवा के युद्ध में (राजस्थान में) बाबर ने |
486 | उदयपुर की मृत्यु कहाँ हुई ? | गोगुन्दा (उदयपुर) में, 1572 ई. में |
487 | महासतियाँ में सबसे प्राचीन छतरी | अमरसिंह प्रथम की |
488 | अकबर ने 1580 में राजस्थान का सूबेदार किसे बनाया ? | अब्दुर रहीम खानखाना को |
489 | राजस्थान का पुनर्गठन कब | 1 नवम्बर 1956 को |
490 | यादवों की रियासत | करौली, भटनेर (हनुमानगढ़), जैसलमेर |
491 | शहजादा अकबर को संरक्षण किसने किया ? | मारवाड़ के दुर्गादास राठौड़ ने |
492 | मेवाड़ का अंतिम रावल राजा | रावल रतनसिंह (1303) |
493 | मेवाड़ का प्रथम राणा राजा | राणा हमीर (1326 ई. में) |
494 | हंसाबाई किसकी पुत्री थी ? | जोधपुर के राव चूंडा की पुत्री तथा राव रणमल की बहिन तथा राव जोधा की बुआ। |
495 | जोधपुर दुर्ग की नींव में किसने बलिदान दिया। | राजाराम मेघवाल/राजिया भांभी |
496 | चित्तोड़ का प्रथम मोर्य राजा | चित्रांगद मौर्य |
497 | चित्तोड़ का अंतिम मौर्य राजा | मान मौर्य (इसे बप्पा रावल हराकर चित्तोड़ में गुहिल वंश प्रारंभ किया। |
498 | किलकिला तोप, शम्भूबाण, गजनी खां तोप | मेहरानगढ़ दुर्ग (जोधपुर) में |
499 | गागरोण का पहला साका | 1423 ई. में अचलदास खिंची को मांडू के सुल्तान अलप खां गौरी (होशगशाह) ने हराया। समकालीन कवि शिवदास गाडण ने ‘अचल दास खिंची ऋ वचनिका’ में इस युद्ध का वर्णन किया है। |
500 | गागरोण का दूसरा साका | 1444 ई. में मांडू के सुल्तान महमूद खिलजी ने आक्रमण किया पाल्हणसी खिंची तो भाग गया, लेकिन अन्य शहीद हो गये। इसलिये इसका नाम खिलजी ने ‘मुस्तफाबाद’ रख दिया। |
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