भारतीय वन्य जीवों से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
वर्ष 1972 में स्टॉकहोम में आयोजित मानव पर्यावरण सम्मेलन के समझौते के तहत विश्व वन्य कोष (WWF) की मदद से 1973 में बाघ परियोजना की शुरूआत भारत में की गयी। भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून और केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के अनुसार 1973-74 के दौरान भारत में केवल 9 बाघ आरक्षित क्षेत्र थे, जबकि जनवरी 2013 तक बाघ आरक्षित क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 41 हो गयी है।
1. पश्चिम बंगाल में सुंदरवन क्षेत्र, रॉयल बंगाल बाघों के लिए प्रसिद्ध है।
2. अफ्रीका के अलावा केवल भारत में शेर प्राकृतिक रूप से पाये जाते है। भारत में इनकी केवल एक प्राकृतिक निवास स्थान गिर वन (सौराष्ट्र) गुजरात में है। 1972 में इनकी सुरक्षा के लिए, गिर शेर परियोजना की शुरूआत की गयी ।
3. 1975 में मगरमच्छ परियोजना की शुरूआत की गयी। इनके संरक्षण और सुरक्षित प्रजनन को प्रोत्साहित करने के लिए कई स्थानों पर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उसमे टिकरापारा (ओडिशा), महानदी (ओडिशा), कुकरैल (लखनऊ) आदि प्रमुख हैं। राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य (मध्य प्रदेश) मगरमच्छो की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। घड़ियाल और एलीगेटर दोनों मगरमच्छ की प्रजाति से सम्बंधित हैं, फिर भी उन दोनों के बीच कुछ भिन्नता होती हैं।
4. एक सींग वाला गैंडा केवल भारत में पाया जाता है। इनके संरक्षण के लिए गैंडा परियोजना की शुरूआत 1987 में की गयी। एक सींग वाले गैंडे को काजीरंगा (असम) में संरक्षित किया गया है । इसके अलावा, यह मानस (असम) और जोलड़ापारा (पश्चिम बंगाल) के दलदली भूमि में भी पाया जाता है।
5. हाथी भूमध्यरेखीय एवं उप-उष्णकटिबंधीय जंगल के जीव हैं। भारत में यह असम, केरल और कर्नाटक के जंगलों में पाये जाते हैं जहां भारी बारिश और उच्च तापमान होता है। भारत में हाथी की संख्या में वृद्धि करने के लिए ‘हाथी परियोजना ‘ की शुरूआत 1992 में शुरू की गयी। असम में देहिंग पटकाई और काजीरंगा के राष्ट्रीय उद्यान, केरल मेंपेरियार और कर्नाटक में मैसूर और भद्रा के वन क्षेत्र हाथियों के महत्वपूर्ण निवास स्थल हैं।
6. जम्मू-कश्मीर में स्थित दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान, हंगुल (कश्मीरी टैग) के लिए प्रसिद्ध है।
7. महान हिंदुस्तानी बस्टर्ड, जैसलमेर (राजस्थान) और मालवा में पाया जाता है। वर्तमान में यह एक लुप्तप्राय प्रजातियों में से एक है।
8. कच्छ के रण में फ्लेमिंगो घोंसला बनाकर अंडे देता है।
9. कच्छ के रण जंगली गधों का एक प्राकृतिक निवास स्थान है।
10. जैसलमेर के डेजर्ट राष्ट्रीय उद्यान में शुतुरमुर्ग पाए जाते हैं।
11. हिमालय के उच्च क्षेत्रों में हिम तेंदुआ और पांडा पाया जाता हैं।
12. जंगली भेड़, साकिन (लंबी सींग वाली जंगली बकरी), टपीर, पहाड़ी बकरी आदि हिमालय क्षेत्र की मुख्य जानवर हैं।
13. सर्दियों में साइबेरियन क्रेन के लिए प्रवासी जगह के रूप में केवलादेव (घाना) में स्थित पक्षी अभ्यारण्य प्रसिद्ध है। यह भारत का सबसे बड़ा पक्षी अभ्यारण्य है।
14. नंदन कानन जूलॉजिकल उद्यान (भुवनेश्वर, ओडिशा) में स्थित सफ़ेद बाघ के लिए प्रसिद्ध है।
15. भारत का सबसे बड़ा चिड़ियाघर अलीपुर, कोलकाता में है।
16. गंगेटिक डॉल्फिन, गंगा नदी में पाया जाता है| लेकिन अब ये प्रजाति प्रदूषण की वजह से विलुप्त होने के कगार पर है|