एथेनॉल या एथिल अल्कोहल क्या है
विधि, उपयोग, रासायनिक सूत्र, गुण
एथेनॉल
एथेनॉल, एथिल अल्कोहल का IUPAC नाम होता है। एथेनॉल का रासायनिक सूत्र C2H5OH होता है। कहीं-कहीं यह इस प्रकार CH3CH2OH भी लिखा जाता है। औद्योगिक रूप से इसे किण्वन द्वारा प्राप्त किया जाता है।
एथेनॉल बनाने की विधि
1. औद्योगिक स्तर पर –
एथेनॉल का औद्योगिक उत्पादन किण्वन द्वारा किया जाता है।
इसमें गन्ने तथा अंगूर जैसे फलों की शर्करा का मन्द गति से जल अपघटन किया जाता है। इस क्रिया को किण्वन कहते हैं। शर्करा को इन्वर्टेज एंजाइम की उपस्थिति में ग्लूकोस या फ्रेक्टोस में परिवर्तित कर देते हैं। ग्लूकोस या फ्रेक्टोस को जाइमेज एंजाइम द्वारा किण्वन किया जाता है जिससे एथेनॉल प्राप्त होता है।
C12H22O11 + H2O
→इन्वर्टेज
C
C
ग्लूकोसयाफ्रेक्टोस
C
6
ग्लूकोसयाफ्रेक्टोस
जाइमेज
2C
OH
+ 2CO2
2. एथीन के जलयोजन द्वारा भी एथेनॉल प्राप्त की जाती है। इसमें एथीन को जल के साथ क्रिया कराते हैं। जिससे एथिल अल्कोहल (एथेनॉल) प्राप्त होता है।
CH2=CH2 + H2O
⟶
⟶
CH
CH
OH
एथेनॉल के गुण
- एथेनॉल रंगहीन द्रव है। जिस का क्वथनांक 48°C (351K) होता है।
- एथेनॉल जल में पूर्ण विलेय है। जल में मिलाने पर इसका आयतन कम हो जाता है चूंकि मिश्रण से ऊष्मा निकलती है।
- इसकी गंध विशिष्ट होती है।
- यह पेंट उद्योग में विलायक के रुप में प्रयुक्त की जाती है।
एथेनॉल के उपयोग
- एथेनॉल (एथिल अल्कोहल) का उपयोग शराब के औद्योगिक निर्माण में किया जाता है।
- यह पेंट, तेल, रंजक तथा औषधियों के लिए विलायक के रूप में प्रयुक्त होता है।
- कीटनाशक में भी इसका प्रयोग होता है।
- क्लोरोफॉर्म, आयोडोफॉर्म, ईथर तथा एसीटिक अम्ल आदि के औद्योगिक उत्पादन में प्रयोग किया जाता है।
परिशोधित स्प्रिट
एथिल अल्कोहल का सर्वाधिक प्रयोग परिशोधित स्प्रिट के रूप में किया जाता है। परिशोधित स्प्रिट में लगभग 95% एल्किल अल्कोहल तथा शेष जल पाया जाता है। इसे औद्योगिक अल्कोहल भी कहते हैं। इसका निर्माण एथेनॉल के किण्वन से प्राप्त वाश के प्रभाजी आसवन द्वारा किया जाता है। परिशोधित स्प्रिट, एथेनॉल का सबसे सामान्य व्यवसायिक रूप है।
एथिल अल्कोहल की अभिक्रियाएं
1. एथिल हाइड्रोजन सल्फेट को एल्कोहाॅल के आधिक्य के साथ 413K ताप पर गर्म करने पर ईथर प्राप्त होता है।
C2H5OH + HSO4C2H5
→
इथेनॉल (Ethanol):
यह एक जल रहित एथिल अल्कोहल है, जिसका रासायनिक सूत्र C2H5OH होता है। यह गन्ना, मक्का, गेहूं आदि से प्राप्त किया किया जा सकता है, जिसमें स्टार्च की उच्च मात्रा होती है। भारत में इथेनॉल का उत्पादन मुख्य रूप से किण्वन प्रक्रिया द्वारा गन्ना के शीरा (Molasses) से किया जाता है।