कुत्ते पर निबंध
भूमिका : कुत्ता एक घरेलू पालतू जानवर है। कुता एक बहुत ही प्यारा और पालतू पशु होता है। कुत्ता चार पैरों वाला पशु होता है। कुत्ते के गुणों की कहानी अनमोल है। कुत्ता रीढ़दार हिंसक प्राणी होता है। कुत्ता मनुष्य द्वारा सबसे पहले पालतू बनाया जाने वाला जानवर माना जाता है। एक कुत्ते की जीवन अवधि 12 से 15 साल होती है।
आकृति : कुत्ते के चार पैर , दो आँखें , एक मुंह , दो कान और एक नाक होती है। कुत्ते की टाँगें पतली और मजबूत होती हैं जो दौड़ने में कुत्ते की मदद करती हैं। कुत्ते के पास तेज दिमाग और चमकदार आँखें होती हैं। कुत्ते की एक लम्बी पूंछ होती है। कुत्ते की पूंछ टेढ़ी , घुमावदार , मुड़ी हुई और बालों वाली होती है लेकिन कुछ कुत्तों की पूंछ छोटी होती है।
कुत्ते ज्यादातर काले रंग के होते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ कुत्ते सफेद और कुछ मिश्रित रंग के होते हैं। कुत्तों का शरीर रोयें से भरा रहता है। कुत्ता स्तनधारियों की श्रेणी में आता है क्योंकि यह एक पिल्ले को जन्म देता है और अन्य स्तनधारियों की तरह उसे अपना स्तनपान करता है।
मूल रूप से कुत्ते भेडियों की नस्ल के होते हैं। कुत्तों की बहुत सी नस्लें होती हैं जैसे – ग्रे हॉन्ड्स, बुल डॉग, ब्लड हॉन्ड्स, लैप डॉग आदि। कुत्तों को फायर डॉग , पुलिस डॉग , सहायक कुत्ते , सेना के कुत्ते , शिकारी कुत्ते , दूत कुत्ते , बचाव कुत्ते , चरवाहा कुत्ते भी कहा जाता है।
प्रकार : कुत्ते ज्यादातर काले रंग के होते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ कुत्ते सफेद और कुछ मिश्रित रंग के होते हैं। कुत्तों का शरीर रोयें से भरा रहता है। कुत्ता स्तनधारियों की श्रेणी में आता है क्योंकि यह एक पिल्ले को जन्म देता है और अन्य स्तनधारियों की तरह उसे अपना स्तनपान करता है।
मूल रूप से कुत्ते भेडियों की नस्ल के होते हैं। कुत्तों की बहुत सी नस्लें होती हैं जैसे – ग्रे हॉन्ड्स, बुल डॉग, ब्लड हॉन्ड्स, लैप डॉग आदि। कुत्तों को फायर डॉग , पुलिस डॉग , सहायक कुत्ते , सेना के कुत्ते , शिकारी कुत्ते , दूत कुत्ते , बचाव कुत्ते , चरवाहा कुत्ते भी कहा जाता है।
भोजन : कुत्ता शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार का पशु है। यह मांस के साथ-साथ शाकाहारी भोजन को भी बड़े चाव से खाता है। कुत्ता दूध बड़े ही चाव से पीता है। कुत्ते मांस , सब्जियां , बिस्कुट , दूध और अन्य तैयार भोजन जो मुख्य रूप से कुत्तों के लिए तैयार किए जाते हैं उन्हें खा सकते हैं।
कुत्तों के पास नुकीले और मजबूत दांत होते हैं जिससे वे मांस फाड़ने और हड्डियों को खाने में काम आते हैं। यूरोपियन और जंगली कुत्ते मांस खाने के बहुत शौक़ीन होते हैं और मांस पर ही जीवित रहते हैं। एक पालतू पशु सामान्य रोटी , ब्रेड , चावल और दूध भी खा सकता है।
स्वभाव : कुत्ते का स्वभाव बहुत ही सरल होता है। कुत्ता अपने मालिक से अधिक प्यार करता है। वह अपने मालिक के सामने पूंछ हिलाकर और उसके हाथ या मुंह को चाटकर उसके प्रति अपने प्रेम को दर्शाता है। कुत्ता लोगों के अकेलेपन को मित्रत्व का साथ देकर दूर करता है। इसकी बुद्धि बहुत ही तेज होती है।
कुत्ते के अंदर सूंघने की तीव्र शक्ति होती है। आज के समय में कुत्ते सूंघकर अपराधियों को पकड़ने में बहुत सहायक होते हैं। कुत्ते घर की रखवाली बहुत ही मुस्तैदी के साथ करते हैं। कुत्तों का स्वभाव बहुत ही मददगार होता है और उसे मनुष्य का सबसे अच्छा मित्र माना जाता है।
कुत्ते मनुष्य के बोलने के तरीके और हव-भाव को अच्छी भली प्रकार समझते हैं। कुत्ते बहुत अच्छी प्रकार से अपने कर्तव्य का पालन करते हैं। कुत्ता बहुत ही वफादार जानवर है और कभी भी अपने मालिक को धोखा नहीं देता है। कुत्ते आमतौर पर आकार , ऊँचाई , वजन , रंग और व्यवहार में अलग होते हैं।
मादा कुत्ता एक समय में तीन से छ: पिल्लों को जन्म दे सकती है। मादा कुत्ता अपने पिल्लों को दूध पिलाती है और तब तक उनका ध्यान रखती है जब तक वे आत्म निर्भर नहीं होते हैं। कुत्ता बहुत प्रकार की आवाजें निकलता है जो इसके स्वभाव को दर्शाती हैं।
निवास : कुत्ता पृथ्वी के प्रत्येक देश में पाया जाता है। भारत के अतिरिक्त कुत्ता इंग्लैण्ड , स्पेन , फ़्रांस , इटली , रूस , अमेरिका आदि देशों में विभिन्न आकार और जाति के पाए जाते हैं। कुत्ते जंगली भी होते हैं और अफ्रीका , एशिया और आस्ट्रेलिया के जंगलों में पाए जाते हैं। कुछ कुत्ते गलियों में भी घूमते रहते हैं जिन्हें गली के कुत्ते कहा जाता है। जिन्गली कुत्ते भारत में बहुत ही कम क्षेत्रों में पाए जाते हैं जैसे – हिमाचल प्रदेश , असम , उड़ीसा आदि। बहुत से कुत्ते ग्रीनलैंड , साइबेरिया जैसे ठंडे प्रदेशों में भी पाए जाते हैं।
पालतू पशु के लाभ : इन्हें उचित प्रशिक्षण के माध्यम से आसानी से सिखाया और नियंत्रित किया जा सकता है। एक पालतू कुत्ता बिना कुछ मांगे पुरे दिन हमारे घर , कार्यालयों और व्यक्ति की देखरेख करता है। कुत्ता हमेशा अपने मालिक की दिल से इज्जत करता है और उसकी गंध से ही उसके उपस्थित होने का अनुभव कर लेता है।
कुत्तों की बुद्धिमता के कारण पुलिस , सेना द्वारा अपराधियों को सूंघने और अन्य छानबीन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। कुत्ते गंध से अपराधियों को पकड़ने में सक्षम होते हैं जिससे सरकार को बहुत मदद मिलती है। कुत्ते जाँच विभाग द्वारा समस्याओं का समाधान पाने के लिए एजेंट के रूप में प्रयोग किये जाते हैं।
कुत्ता बहुत ही चालाक जानवर होता है क्योंकि यह उचित प्रशिक्षण के माध्यम से कुछ भी सीख सकता है। कुत्ता किसी भी अंजान व्यक्ति को घर में घुसने नहीं देता है और न ही अपने मालिक की किसी भी वस्तु को छूने देता है। जब कुत्ते को लगता है कि कोई अजनबी उसके घर के निकट आ रहा है तो वह जोर-जोर से भौंकना शुरू कर देता है।
बहुत से लोग भेड़ भी रखते हैं लेकिन उनकी देखभाल के लिए अपने साथ एक कुत्ता अवश्य रखते हैं। कुत्ता अपने मालिक को कभी नहीं छोड़ता है चाहे उसका मालिक गरीब हो , भिखारी हो या अमीर हो।
उपसंहार : कुत्ता मनुष्य का सेवक होता है। आज के समय में कुत्ते की स्थिति बहुत ही दुखद है। हमारे देश में विदेशी कुत्तों को ठीक से रखा जाता है लेकिन अपने ही देश के कुत्ते लावारिश भटकते रहते हैं। कुत्तों की देखभाल करना हमारा धर्म है। अगर हमारे देश में कुत्तों को संभाल कर रखा जाए तो ये भी विदेशी कुत्तों से अधिक लाभदायक हो सकते हैं। हमें कुत्तों को समय पर इंजेक्शन लगवाने चाहिए जिससे अगर वे किसी को काट लें तो मनुष्य के अंदर जहर न बन सके।
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Essay on dog कुत्ते पर निबंध