काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान | |
विवरण | ‘काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान’ एक सींग वाले भारतीय गैंडे का निवास है। यह राष्ट्रीय उद्यान असम का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है। उद्यान उबड़-खाबड़ मैदानों, आदिवासियों और भयंकर दलदलों से पूर्ण कुल 430 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। |
राज्य | असम |
स्थापना | 1905 |
प्रसिद्धि | यह राष्ट्रीय उद्यान न केवल भारत में वरन पूरे विश्व में एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है। |
काज़ीरंगा गोवाहाटी हवाई अड्डे से 239 कि.मी. और जोरहट हवाई अड्डे से 97 कि.मी. दूर है। | |
नज़दीकी रेल सेवा 75 किलोमीटर दूर है। | |
काज़ीरंगा जाते वक़्त मिलने वाला बस अड्डा ‘कोहोरा’ नाम से जाना जाता है। | |
बस, टैक्सियाँ | |
अन्य जानकारी | यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहरों में से एक काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 2005 में 100 वर्ष का हो गया है। |
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान मध्य असम में 430 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला है। इस उद्यान में भारतीय एक सींग वाले गैंडे (राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस) का निवास है। काजीरंगा को वर्ष 1905 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। सर्दियों में यहाँ साइबेरिया से कई मेहमान पक्षी भी आते हैं, हालाँकि इस दलदली भूमि का धीरे-धीरे ख़त्म होते जाना एक गंभीर समस्या है। काजीरंगा में विभिन्न प्रजातियों के बाज, विभिन्न प्रजातियों की चीलें और तोते आदि भी पाये जाते हैं।
परिवेश तथा जीव-जंतु
इस राष्ट्रीय उद्यान का प्राकृतिक परिवेश वनों से युक्त है, जहाँ बड़ी एलिफेंट ग्रास, मोटे वृक्ष, दलदली स्थान और उथले तालाब हैं। एक सींग वाला गैंडा, हाथी, भारतीय भैंसा, हिरण, सांभर, भालू, बाघ, चीते, सुअर, बिल्ली, जंगली बिल्ली, हॉग बैजर, लंगूर, हुलॉक गिब्बन, भेडिया, साही, अजगर और अनेक प्रकार की चिडियाँ, जैसे- ‘पेलीकन’[1], बत्तख, कलहंस, हॉर्नबिल, आइबिस[2], जलकाक, अगरेट, बगुला, काली गर्दन वाले स्टॉर्क, लेसर एडजुलेंट, रिंगटेल फिशिंग ईगल आदि बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।[3]
सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध
काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान न केवल भारत में वरन पूरे विश्व में एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है। यह राष्ट्रीय उद्यान असम का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है। यह केंद्रीय असम में स्थित है। उद्यान उबड़-खाबड़ मैदानों, लम्बी-ऊँची घासों, आदिवासियों और भयंकर दलदलों से पूर्ण कुल 430 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहरों में से एक काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान साल 2005 में 100 वर्ष का हो गया है।[4]
परिवहन
- काज़ीरंगा गोवाहाटी से 250 किलोमीटर पूर्व और जोरहट से 97 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है।
- यह गोवाहाटी हवाई अड्डे से 239 किलोमीटर और जोरहट हवाई अड्डे से 97 किलोमीटर दूर है।
- काज़ीरंगा जाने के लिए नियमित रूप से राज्य सरकार की बसें, ट्रैवल एजेंसीज के द्वारा चलाई जा रही बसें, टैक्सी आदि भी उपलब्ध हैं।
- काज़ीरंगा जाते वक़्त मिलने वाले बस पड़ाव को ‘कोहोरा’ के नाम से जानते हैं।
- यहाँ से नज़दीकी रेल सेवा 75 किलोमीटर दूर है।
समाचार
- 8 जुलाई, 2012 रविवार
बाढ़ के कारण काज़ीरंगा उद्यान में 500 से अधिक जानवरों की मौत
असम में भयावह बाढ़ ने विश्व प्रसिद्ध काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के 13 गैंडों समेत 500 से अधिक वन्य प्राणियों को लील लिया। इन सभी जीवों की मौत पानी में डूबने या बहने की वजह से हुई है। बाढ़ काफ़ी भयावह थी, जिसने उद्यान के 80 प्रतिशत हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, बाढ़ के कारण मरने वाले वन्य प्राणियों में सबसे ज्यादा 465 हिरण, 13 गैंडे, 28 जंगली सूअर, पांच साही, 16 सांभर, दो अजगर, दो जंगली भैंसे आदि वन्य प्राणी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि काजीरंगा नेशनल पार्क यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है।
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