देश की उन्नति, प्रगति का वर्णन | हिंदी निबंध
“जो भरा नहीं है भावों से बहती जिसमें रसधार नहीं।
वह हृदय नहीं वह पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।।”
मैथिलीशरण गुप्त की यह पंक्तियां पढ़कर किस व्यक्ति के मन में एक अजीब सी हलचल उत्पन्न नहीं होगी और देश के लिए देश की उन्नति के लिए मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा जागृत नहीं होती इसी के तहत हमारे देश भारत में जिसके सिर पर हिमालय रूपी मुकुट है जो नदी और प्राकृतिक संपदाओं के बदौलत हमारे देश की उन्नति में अग्रसर है।
देश की उन्नति हमारी उन्नति:- हमारा भारत देश की उन्नति हम पर ही निर्भर करती है हमें हमारे देश की उन्नति पर महत्व देते हुए सबसे पहले हमारे क्या कर्तव्य है यह समझना जरूरी एक व्यक्ति उन्नति उसके राष्ट्र उसकी स्वयं की उन्नति है इसके लिए सबसे पहले तो हमारे क्या कर्तव्य है ये समझना होगा आर्थिक विकास में वृद्धि, अनुशासन ,अच्छी शिक्षा, हमारे देश की गरीबी को मिटाने ,सभी राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को मिटाना जरूरी है सभी के आदर की भावना रखकर वोट डालने जाना सभी वह कार्य जो देश की उन्नति में बाधा पहुंचाते हैं उन्हें खत्म करना वह बाधाएं खत्म होगी तभी देश और हमारी उन्नति संभव है।
हमारे देश की उन्नति के कुछ महत्वपूर्ण तत्व इस प्रकार है
अनेकता में एकता भारत की राष्ट्रीय विशेषता:- हमारे देश भारत के उन्नति का एक महत्वपूर्ण तत्व अनेकता में एकता की भावना है हमारे देश में विभिन्न जाति और धर्म के लोग हैं जो आपस में मिलकर रहते हैं जो हमारे उन्नति का एक अति आवश्यक तत्व है भारत देश में हर एक हजार किलोमीटर पर बोलियां बदलती जाती है तरह-तरह की बोलियां संस्कृति है जो हमारे देश को एक धागे में बांधे रखती है और यही कारण है कि इस एकता की वजह से ही हमारा देश भारत नित्य नए आयाम कायम कर रहा है और उन्नति प्राप्त कर रहा है ।
देश की उन्नति के लिए भारतीय सशस्त्र बल:- हमारे भारत देश की सहस्त्र बल में चार बड़ी सैन्य शक्ति है जो हर युद्ध में विजय प्राप्त करती है और इसकी वजह से ही कोई आतंकवाद या घुसपैठिया हमारे देश को कोई नुकसान नहीं पोहचा पाता है इसकी सैन्य सकती कि रक्षा की वजह से ही हमारे देश में इतनी उन्नति हुई है हमारे देश के पास स्वम कीअत्याधुनिक मिसाइलें हैं।
देश के उन्नति देश के सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डे:- हमारे देश में इतनी उन्नति की है कि वर्ष 2015 में सालाना 25 से 40 मिलियन यात्री श्रेणी में एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय आईजीआई हवाईअड्डा को सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा का खिताब दिया मिला।
देश की उन्नति भारतीय रेलवे:- वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारत का पुराना रेल नेटवर्क विरासत में मिला स्वतंत्रता के समय 32 लाइनों समेत कुल 42 अलग-अलग रेलवे प्रणालियों थी जिसके मालिक भूतपूर्व भारतीय रियासतों के प्रमुख थे।ये लाइनें करीब 33,000 किलोमीटर की थी वर्ष 1951 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया अब भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है इसमें 68,312 किलोमीटर मार्ग पर 115,000 किमी का ट्रैक ओर 7112 स्टेशन है।
उत्पादन के मामले में देश की उन्नति:- सबसे सस्ती दरों पर हमारे देश भारत में वायरलेस टेलीफोन प्रदान करने वाला देश बना दुनिया का सबसे कम लागत वाला सुपर कंप्यूटर भारत ने तैयार किया है नैनो सबसे सस्ती जो कि हमारे देश में बनी दोपहिया वाहनों के उत्पादन में भी भारत सबसे आगे है। दूध और मक्खन में हमारा भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश है,भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक और उपभोक्ता राष्ट्र भी है।
रौद्योगिकी और अंतरिक्ष में देश के उन्नति:- आज हमारे देश प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष में सबसे उन्नत राष्ट्र में से एक है 1975 में हमारे देश में अंतरिक्ष के उपग्रहों का डिजाइन तैयार किया था जिसका नाम गणितज्ञ भारतीय ज्योतिष आचार्य आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था और अब हमारा भारत देश मंगल ग्रह की कक्षा पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश और पहले ही प्रयास में पहुंचने वाला पहला देश बना है चंद्रमा पर मिट्टी में पानी की मौजूदगी की खोज सर्वप्रथम भारत की ही देन है।
शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति:- शिक्षा के क्षेत्र पर उन्नति शिक्षा और डिजिटल इंडिया में भारत में स्वतंत्रता के बाद लगातार विकास दर बढ़ रही है भारत की वर्तमान साक्षरता दर 74.4 प्रतिशत है|
“जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी.”
हमारे देश अत्यंत प्राचीन देश है जो सोने की चिड़िया कहकर पुकारा जाता था तक्षशिला तथा नालंदा विश्वविद्यालय संपूर्ण विश्व में ज्ञान का प्रकाश फैला कर देश की उन्नति कर रहे है।आप खुद ही सोचिए जब देश विदेश से विद्यार्थियों आकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं तो हमारे देश की शिक्षा ने देश की उन्नति में कितना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया है।
देश की उन्नति में शिक्षा का अत्यधिक महत्व है शिक्षा ही है जो हमारे देश का भविष्य निर्धारित करती हर विद्यार्थी का भविष्य शिक्षा पर ही निर्भर होता है शिक्षा के बल पर कई आविष्कार होते हैं इन्हीं अविष्कारों की वजह से प्रत्येक व्यक्ति के जीवन आसान बन जाता है।
हमारे देश के विद्यार्थी अच्छी शिक्षा प्राप्त करके हमारे देश की उन्नति में अपना योगदान प्रदान कर रहे हैं।
मिड डे मील योजना देश की उन्नति का एक तत्व:- भारत की मिड डे मील योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्कूल भोजन कार्यक्रम योजना है जो रोजाना 120 मिलियन बच्चों को खाना खिलाती है, और हमारा राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना दुनिया में सबसे बड़े कार्यक्रम में से एक है।
कृषि क्षेत्र में उन्नति:- कृषि के क्षेत्र में हरित क्रांति की वजह से खाद्यान उत्पादन में चार गुना से भी अधिक बढ़ोतरी हुई है कृषि से हमारे देश के आधे से अधिक लोगों का जीवन यापन चलता है और इसमें भी हमारे भारत देश ने बहुत उन्नति की है।
देश की उन्नति में महिलाओं का योगदान:-हमारे देश की महिलाये आज हर क्षेत्र में अग्रणी है और देश की उन्नति में सहायता प्रदान कर रही है प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति ,लोकसभा अध्यक्ष, नेता, डॉक्टर, वकील, पुलिस ,सेना में सभी जगह आज हमारे देश की महिला अग्रणी है यहां तक कि पूरी दुनिया में मिस यूनिवर्स, मिस वर्ल्ड बन कर देश का नाम रोशन कर रही हैं हमारे देश में अभी कई महिलाएं मुख्यमंत्री के पद पर अपनी सेवाएं दे रही हैं सो प्रतिशत महिलाएं कोडा स्सेरी पंचायत में निर्वाचित सदस्य है।हमारे देश की उन्नति में महिलाओं ने साबित कर दिया कि वह भी किसी से कम नहीं है।
स्वतंत्रता से अब तक देशोन्नती:- हमारे भारत देश को स्वतंत्र हुए 72 साल बीत चुके हैं उन 72 सालों से पहले हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी में गिरफ्त था बड़ी मेहनत और कई बलिदानों के बाद हमारे देश में स्वतंत्रता हासिल कि जिस प्रकार भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था उसका कण-कण अंग्रेज हमारे देश को गुलाम बनाकर छीन कर ले गए परंतु हमारे देश के महान देशभक्तों ने हमे स्वतंत्रता दिलाई और इस स्वतंत्रता के बाद आज हमारा भारत देश अंग्रेजों के बराबर ही तरक्की कर के उनके साथ कदम से कदम मिलाकर या यूं भी कह सकते कि कई बातों में उनसे आगे होकर उन्नति में अग्रसर है।
उपसंहार:- हमारे भारत देश ने स्वतंत्रता से लेकर अब तक कई आयाम कायम किये है गांव से लेकर शहर और शहर से लेकर देश और देश से लेकर विदेश तक अपनी उन्नति के झंडे गाड़े हैं हमारे देश की स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्री. अटल बिहारी वाजपेई ने देश के उन्नति के बारे में कहा था कि।
बाधाएं आती हैं आएं घिरें प्रलय की घोर घटाए,
पावों के नीचे अंगारे , सिर पर बरसें यदि ज्वालाए,
निज हाथों में हंसते-हंसते,
आग लगाकर जलना होगा।
कदम मिला कर चलना होगा।
इतनी सुंदर वाक्यो को पड़कर देश की उन्नति का इससे ज्यादा वर्णन करना शायद उचित नहीं कहलायेगा।