विद्युत रसायन
Electrochemistry In Hindi : प्रिय मित्रों आज हम आपको विद्युत रसायन के बारे में विस्तार से बताएंगे। आज हमने इस लेख में विद्युत रसायन क्या है, धात्विक एवं विद्युत अपघटनी चालक, विद्युत अपघट्य, विद्युत अपघटन के नियम, इत्यादी के बारे आपके लिए विस्तार से जानकारी दी है।
सायन विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत विद्युत ऊर्जा तथा रासायनिक ऊर्जा के मध्य संबंध तथा इसके परस्पर रूपांतरण का अध्ययन किया जाता है।
विद्युत रसायन अध्याय के बहुत सारे टॉपिक हैं। जिन पर लेख तैयार किए गए हैं। उन सबका लिंक नीचे दिया गया है इस chapter के महत्वपूर्ण टॉपिक, विद्युत रासायनिक श्रेणी और सेल हैं। इनसे संबंधित प्रश्न या तो दीर्घ उत्तरीय प्रश्न में आता हैं। या Numerical में तो जरूर आता है।
विद्युत रसायन नोट्स
- विद्युत अपघटनी सेल का कैथोड ऋणात्मक ध्रुव होता है चूंकि यह सेल के ऋणात्मक ध्रुव से जुड़ा होता रहता है।
- गैल्वनी सेल में कैथोड धन ध्रुव तथा एनोड ऋण ध्रुव होता है।
- डेनियल सेल, शुष्क सेल प्राथमिक सेल है। जिसकी सीसा संचायक सेल द्वितीयक सेल है।
- कोलराउश के नियम का उपयोग विद्युत अपघट्य की मोलर चालकता ज्ञात करने में किया जाता है।
- विद्युत रासायनिक श्रेणी में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर धातुओं की अपचायक क्षमता घटती है।
- गैल्वनीकरण द्वारा धातुओं को संक्षारण से बचाया जा सकता है।
- दुर्बल विद्युत अपघट्य विलयन में बहुत कम मात्रा में वियोजित होते हैं।