ओम का नियम
ओम का नियम – V = IR
ओम के नियम का मूल अर्थ यही है इसी से आप नियम की परिभाषा बना सकते हैं
यहां:-
V = विभान्तर (Voltage), Volts में
I = धारा, करंट एम्पियर में
R = प्रतिरोध ओह्म में (Resistance)
V = विभान्तर (Voltage), Volts में
I = धारा, करंट एम्पियर में
R = प्रतिरोध ओह्म में (Resistance)
परिभाषा –
“समान ताप व स्थिति में किसी बन्द डीसी परिपथ में प्रतिरोध के सिरों पर लगने वाला वोल्टेज उस प्रतिरोध में प्रवाहित होने वाली धारा के मान के समानुपाती होता है ।”
अर्थात्
V∝ I
सरल भाषा – किसी बंद डीसी परिपथ में वोल्टेज का मान उस परिपथ में प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा और प्रतिरोध के मान के गुणनफल के बराबर होता है । यहां बंद डीसी परिपथ (Close DC Circuit) यानी की ऐसा डीसी सर्किट जिसमें स्विच ऑन हो और परिपथ चालू हो ।
इसमें :- वोल्टेज (V) = धारा (I) × प्रतिरोध (R)
इसी फार्मूले का उपयोग करके आप वोल्टेज, धारा और प्रतिरोध के मान निकाल सकते हैं ।
जैसे
V = IR
R = V/I
I = V/R
V = IR
R = V/I
I = V/R
Example :-
Q. एक डीसी मोटर जिसे 12 Voltage सप्लाई प्राप्त हो रही है इसका कुल प्रतिरोध 6 ओह्म है तो परिपथ मे प्रवाहित विद्युत धारा का मान क्या होगा ?
Ans. वोल्टेज = 12, प्रतिरोध = 6
ओह्म के नियमानुसार
V = IR
12 = 6×I
I = 12/6
I (धारा) = 2 एम्पियर
ओह्म के नियमानुसार
V = IR
12 = 6×I
I = 12/6
I (धारा) = 2 एम्पियर
इस नियम का उपयोग केवल डीसी परिपथ में किया जाता है, AC Circuit में नहीं ।